PATNA : साहब जो नौजवान जिंदगी भर मेहनत करके 4 साल के लिए सेना मे जाएगा उसके बाद फिर राज्य सरकार की नौकरी की तैयारी करेगा उससे अच्छा लड़का और अच्छे से तैयारी करके सीधा राज्य सरकार की नौकरी क्यूं नहीं करेगा जो जिंदगी झंड करने जायेगा उसमें...नौजवान को झांसा मे मत रखिए साहब
यह बात बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी से एक युवक ने पूछा है। सुशील मोदी ने अग्निपथ योजना को लेकर ट्विटर पर कुछ पोस्ट किए थे, जिस पर कमेंट में एक यूजर ने उनसे यह सवाल किया है।
दरअसल, जिस तरह से अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है। सुशील मोदी ने उसको लेकर युवाओं से कहा है कि वह भ्रम में न आएं। इस दौरान उन्होंने ट्विटर पर एक के बाद एक कई पोस्ट भी किए हैं। जिसमें उन्होंने योजना को लेकर हो रही हिंसा और अग्निवीरों के भविष्य को लेकर भी राज्य सरकार से भी मांग की है कि वह दूसरे राज्यों की तरह पुलिस सेवा में उन्हें प्राथमिकता दें।
भाजपा नेता पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को ही सलाह दे दी। सुशील मोदी ने कहा कि 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई राज्य सरकारों ने अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और अन्य सेवाओं में प्राथमिकता देने की घोषणा की है। ऐसी पहल बिहार सरकार को भी करनी चाहिए।' उन्होंने लिखा कि युवाओं से अपील है कि वे किसी के बहकावे में आकर सेना की अग्निपथ भर्ती योजना के विरुद्ध आगजनी और राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने जैसी कार्रवाई में शामिल न हों।
जदयू ने किया योजना का विरोध
जहां सुशील मोदी बिहार के सीएम नीतीश कुमार को नसीहत दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने तो योजना को खतरनाक बता दिया। ट्वीट में इस स्कीम को लेकर मोदी सरकार को पुनर्विचार करने के लिए कहा। ललन सिंह ने कहा कि अग्निपथ योजना के निर्णय से बिहार सहित देशभर के नौजवानों, युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा व अंधकारमय भविष्य (बेरोजगारी) का डर स्पष्ट दिखने लगा है।