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INTERNATIONAL NEWS: दो साल बाद अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, 25 सितंबर को UN में देंगे संबोधन

INTERNATIONAL NEWS: दो साल बाद अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, 25 सितंबर को UN में देंगे संबोधन

N4N DESK: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो साल बाद अमेरिकी दौरे पर जा रहे हैं. 24 सितम्बर को इन-पर्सन समिट क्वाड देशों के बीच होने जा रही है. बता दें की यह समिट वाशिंगटन में होने जा रही है जिसकी मेजबानी पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करने जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र में संबोधन के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी QUAD की मीटिंग में हिस्सा लेंगे. 

बता दें कि इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा भी शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह 7वां अमेरिका विदेश दौरा होने जा रहा है. बता दें की क्वाड यानी क्वॉडर्लैटरल सिक्योरिटी डॉयलॉग चार देशों का समूह है. इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान शामिल हैं. 2004 में आई सुनामी के बाद इन चार देशों के बीच समुद्री सहयोग शुरू हुआ. बता दें की क्वाड का आईडिया जापान के पुर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 2007 में दिया था. बता दें की 12 मार्च को क्वाड की वर्चुअल बैठक हुई थी इस बैठक में सितम्बर में होने वाली समिट के एजेंडा को तय किया गया था. मिल रही जानकारी के अनुसार जलवायु परिवर्तन, कोविड-19, नई तकनीकें, साइबरस्पेस और इंडो-पैसेफिक क्षेत्र को मुक्त रखने जैसे कई तरह के मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. बता दें की इसके पहले हुई वर्चुअल बैठक में 12 मार्च को चारों देशों ने वैक्सीन बनाने को लेकर अपने अपने संसाधनों को साझा करने पर सहमती जताई थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था की US इंडो पैसेफिक में सभी सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा था कि अमेरिका क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए एक नए तरह की तकनीक लाने जा रहे हैं. 

भारत के लिए चीन एक चुनौतीपूर्ण देश हमेशा से रहा है. बता दें की चीन की आर्थिक स्ट्रेटेजी और सैन्य ताकत में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. चीन ने दक्षिण चीन सागर में द्वीपों पर कब्जा कर लिया है और वहां मिलिट्री असेट्स चीन के द्वारा विकसित किए हैं और चीन हिंद महासागर में ट्रेड रूट्स पर अपना बोलबाला बढ़ाने की कोशिश लगातार कर रहा है, जो भारत के लिए चिंता बढ़ाने वाला है.

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