NAWADA : झारखंड राज्य के गुमला लातेहार में पदस्थापित आईआरबी जवान राकेश कुमार के निधन की खबर गॉंव पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। राकेश कुमार 2010 में ही आईआरबी झारखंड पुलिस में ज्वाईन किया था। परिवार वालों को इससे ढेरों अरमान थे। लेकिन नियति के क्रूर काल ने दस अगस्त को ड्यूटी के दौरान ही हृदय गति रूकने से उनकी मौत हो गई।
इसके साथ ही पिता जयकांत सिंह व माता सुशीला देवी का अरमान भी मृतक पुत्र के साथ ही मिट गया। पत्नी विक्की कुमारी का भी रो रोकर बुरा हाल हो रहा है। उसकी चीत्कार से हर कोई के आंखों से आँसू की धारा बह जा रही थी। लोगों के सांत्वना के बावजूद उसका क्रन्दन कम नहीं हो रहा है। सात साल का पुत्री शानवी भी अपने परिजनों को रोते देख फफक-फफक कर रोने लगती है। जबकि दो वर्षीय अदित राज आने-जाने को लोगों को निहारता है।
उसे पिता के निधन का कुछ अता पता नहीं है। वह मॉं की गोद मे चिपक जाता है। घटना की सूचना मिलते ही परिजन झारखंड के लिए रवाना हो गए हैं। गुरुवार की सुबह मृतक का पार्थिक शरीर गॉंव आने की संभावना है। जहां स्थानीय शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।मृतक गॉंव वालों का भी चहेता था। जिसके कारण जिसने भी उसकी मौत की खबर सुना। आंसू रोक नहीं पाया। ग्रामीण राजीव कुमार कहते हैं कि राकेश बहुत ही मिलनसार युवक था। गॉंव आने के बाद सामाजिक कार्यों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेता था।
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट