AURANGABAD : सोन दियारा में पिने पिलाने के खेल को रोकने में पुलिस के विफल रहने के बाद उत्पाद विभाग ने अब दारू के धंधे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। औरंगाबाद जिले में सोन दियारा और जंगली पहाड़ी इलाके में दारू के ठिकानों और धंधेबाजों की खोज में उत्पाद विभाग की टीम आकाश में ड्रोन उड़ा रही है। आकाश में उड़ रहे ड्रोन से लगातार सूचनाएं इकट्ठी की जा रही है। हालांकि मामला अभी शुरुआती स्टेज में होने के कारण फिलहाल कोई सफलता हाथ नही लगी है लेकिन विभागीय अधिकारी नाउम्मीद नही है।
औरंगाबाद के उत्पाद निरीक्षक कमलेश कुमार सिंहा ने बताया कि राज्य सरकार ने पूर्ण शराबबंदी को कारगर बनाये रखने के लिए ड्रोन की सेवाएं ली है। इसी क्रम में औरंगाबाद जिले को भी ड्रोन उपलब्ध कराया गया है। जिले में शराब के मामले में बदनाम सोन दियारा और जंगल तटीय इलाकों में विभागीय स्तर पर ड्रोन उड़ाकर सूचनाएं एकत्रित की जा रही है। कुछ अहम जानकारी हाथ लगी है। इसके आधार पर छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। शीघ्र ही छापेमारी होगी और अपेक्षित सफलता मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पूर्ण शराबबंदी के बावजूद औरंगाबाद जिले में अवैध शराब का धंधा थमने का नाम नही ले रहा है। खुले आकाश तले पिने पिलाने का खेल चल रहा है। ऑन डिमांड शराब उपलब्ध है। धंधेबाज पीने वालों को होम डिलेवरी तक की सेवा दे रहे है।
इस तरह की गतिविधि से जहरीली शराब से मौत का भी खतरा मंडरा रहा है। अभी हाल में जम्होर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में अवैध शराब के सेवन से दो की हालत बिगडी थी। दोनो की हालत नाजुक हो गई थी। दोनो मरते मरते बचे। इसके बावजूद पुलिस शराब के धंधे को काबू नही कर पा रही है। ऐसे में देखना यह है कि ड्रोन उड़ाकर उत्पाद विभाग दारू के धंधे को किस हद तक कंट्रोल कर पाता है।