बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

जाने किन -किन पशु -पक्षियों को पालने से आती हैं घर में सुख -शांति समृद्धि

जाने किन -किन पशु -पक्षियों को पालने से आती हैं घर में सुख -शांति समृद्धि

हिन्दू धर्म में हम प्रायः  शुरू से ही,   पशु-पक्षियों की सेवा ,पेड़ों का बचाव और उसकी पूजा  पौराणिक   काल से करते आये  है. ऐसी माना गया  है कि जिस घर में जानवरों की अच्छी से   सेवा की जाती है वह घर हमेशा खुशहाल बना  रहता   है. जानें घर में किन जानवरों का करे पालन -पोषण : लोग अपनी इच्छाअनुसार  अपने घरों में तरह-तरह के पशु-पक्षियों को पालते हैं और उन्हें खाना देते हैं . लेकिन घर में इन पशु-पक्षियों को पालना शुभ है या अशुभ आईए इसे जानने की कोशिश करते है वास्तु शास्त्र  और ज्योतिष की दृष्टि से : जहां पर्यावरण में  कुछ ऐसे पशु-पक्षी पायें जाते  हैं जिन्हें   घर में रखने से आर्थिक,शारीरिक और मानसिक समस्याएं आती है   तो वहीं ये अपने साथ-साथ   नकारात्मक   एनर्जी भी लाती  हैं तो वहीं  कुछ ऐसे   पशु-पक्षी हैं जिनको घर में पालने से घर का वातावरण में सकारात्मक उर्जा का निवास होता  है. आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे पशु-पक्षी हैं  शुभ  है और इनका क्या परिणाम हैं :-

  • गाय:  वास्तु शास्त्र में भी गाय का अपना ही महत्व है. आइए जानते हैं कि गाय किस प्रकार से वास्तु दोष समेत अन्य कई प्रकार के दोषों को दूर करने में सहायक होती है .यदि कहीं पर भवन निर्माण हो रहा है तो वहां पर बछड़े वाली गाय को बांधने से उस मकान के संभावित वास्तु दोष स्वत: ही दूर हो जाते हैं। निर्माण कार्य भी बिना बाधा के पूर्ण हो जाता है.जिस घर में गाय की सेवा की जाती है उस घर में पुत्र, पौत्र, विद्या, धन आदि सभी प्रकार के सुख होते हैं.घर पर गाय को पालने से सभी प्रकार की बाधाएं और विघ्न दूर हो जाते हैं. बच्चों में किसी प्रकार का भय नहीं रहता है.गाय की सेवा करने से संतान लाभ की प्राप्ति होती है.पद्मपुराण और गरूड़ पुराण के अनुसार गाय के पैर के  धूल से  पाप का नाश होता  है.ज्योतिषशास्त्र और धर्म ग्रंथों में  यह वर्णन है की  गोधूलि-बेला का समय   विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए काफी  उत्तम मुहूर्त होता है.ज्योतिषशास्त्र  प्रायः   ग्रहों के दोष से मुक्ति के लिए गाय को चारा  देने या गो दान करने के उपाय को बताता रहा  है.


  • कुत्ता:  हिन्दू धर्म में  कुत्ते को भगवान भैरव का सेवक माना गया  है. धार्मिक मान्यता के अनुसार घर में कुत्ते  पालने और उसका भोजन प्रबंध कराने  से धन-धान्य  की वृद्धि होती है.


  • मेंढक: वास्तु शास्त्र के अनुसार  घर में मेंढक पालने या पीतल का मेंढक रखने से घर में   तमाम रोगों का  वास नहीं होता है .


  • तोता: तोते को प्रायः  हम   आवाज़ की नक़ल करते हुए पाए   हैं.   ऐसी मान्यता है की जो  कोई व्यक्ति अपने घर में तोते को पालता है , वहाँ का तोता घर में आने वाली  हरेक परेशानियों को पहले ही भांप लेता है.


  • घोड़ा:  वास्तु शास्त्र में घोड़े को वैभव का प्रतीक माना गया  है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में घोड़ा पालना  या घोड़े की प्रतिरूप को रखना   अति शुभकारी   होता है.


  • कछुआ:  लोग कछुए को भगवान विष्णु का दशवां अवतार   के रूप में पूजते हैं तो वही इसे   माता लक्ष्मी का समरूप भी  माना गया  है. ऐसी मान्यता है कि घर में तांबे का कछुआ रखने से वैभव की प्राप्ति होती है.


  • खरगोश:  वास्तु के अनुसार घर में खरगोश पालने से, घर की समृद्धि होती है. वास्तु शास्त्र में खरगोश को घर के बच्चों के लिए  अतिशुभकारी भी माना गया है.


  • मछली: ऐसा माना जाता है कि  घर में सुनहरे रंग की मछली को पालने से घर में  सुख और शांति आती है.



Suggested News