PATNA : अपनी मातृभाषा को लेकर भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव ने फिर मुखर हुए हैं. मातृभाषा दिवस के मौके पर उन्होंने सभी लोगों को बधाई देते कहा जहाँ मौका मिले भोजपुरी बोली. ठीक है. खेसारी लाल यादव ने कहा की छाता में से गारल मध आ मशीन में के बनायिल मध में अंतर बा नू. हमनी के भाषा बहुत मिठास वाला बा. आपन भाषा में शर्माए के नईखे. ई पहचान ह, जेकरा के जीवित रखे के बा.
बताते चलें की खेसारी लाल यादव का जन्म छपरा जिले के रसूलपुर में 1986 में हुआ था. खेसारी को पहली सफलता अपने भोजपुरी एल्बम 'माल भेटाई मेला' से मिली. 2012 में आई अपनी पहली फिल्म 'साजन चले ससुराल' से वो रातो रात भोजपुरी फिल्म जगत के सितारे बन गए. वे अपनी गायकी में ठेठ देहाती भाषा का उपयोग करते हैं.
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद खेसारी लाल यादव अपनी भाषा के लिए भी आवाज उठाते रहे हैं. कई दुसरे मंचों से भोजपुरी गानों से अश्लीलता को दूर करने की मांग जाती है.