NEWS4NATION DESK : पुलवामा हमले के बाद सरकार जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों और उनके पनाहगारों को सबक सिखाना शुरु कर दिया है। पिछले दिनों जहां जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को सरकार की ओर से मिलने वाली सुरक्षा को हटाया था वहीं बीती रात एक और बड़ा कदम उठाया है।
जम्मू कश्मीर में अलगाववाद को हवा देने वाले बड़े नेताओं में शुमार यासीन मलिक को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। यासीन मलिक जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट का मुखिया है। वहीं घाटी में पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि अभी किसी और नेता के हिरासत में लेने या गिरफ्तार करने की खबर नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार यासीन मलिक को श्रीनगर के माईसुमा में स्थित घर से सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया है। कोठीबाग पुलिस स्टेशन में उससे पूछताछ की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि संविधान की धारा 35-A पर सुनवाई से पहले एहतियातन प्रशासन ने यह कदम उठाया है। बता दें कि धारा 35-A प्रावधान जम्मू कश्मीर के बाहर के व्यक्ति को इस राज्य में अचल संपत्ति खरीदने से प्रतिबंधित करते हैं. संविधान की इस धारा को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।