JAMUI : बालू और पशु क्रूरता को लेकर जमुई पुलिस ने रिकॉर्ड एफआईआर दर्ज की है। ऐसा मैं नहीं कह रहा हूं। दरअसल जमुई पुलिस के एक रिकॉर्ड से यह जाहिर हो रहा है। अगर रिकॉर्ड पर एक नजर डाले तो 2021 में अवैध बालू को लेकर कुल 137 एफआईआर और पशु क्रूरता को लेकर मात्र 2 एफआईआर दर्ज की गई थी।
साल 2022 की बात करे तो यह आंकड़ा अवैध बालू को लेकर 309 है वही पशु क्रूरता को लेकर मात्र 6 है। साल 2023 से इन आंकड़ों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है। साल 2023 में अवैध बालू को लेकर कुल 350 एफआईआर और पशु क्रूरता को लेकर 41 एफआईआर दर्ज की गई थी। वही 2024 के आंकड़ों पर नजर डाले तो अगस्त महीने तक अवैध बालू को लेकर 227 वही पशु क्रूरता को लेकर 56 एफआईआर दर्ज की गई है। आंकड़ों को देख कर ऐसा प्रतीत होता है की 2023 से लेकर अभी तक पशु क्रूरता और अवैध बालू कारोबार को लेकर दोगुनी से भी ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है।
जमुई जिले में अवैध बालू के कारोबार को लेकर जमुई पुलिस ने पहले की अपेक्षा जबरदस्त कार्रवाई की है। वही अगर पशु क्रूरता को लेकर बात करे तो इस मामले में जमुई पुलिस ने 2021 और 2022 में दहाई का भी आंकड़ा नही छू पाई थी। वही 2023 और 2024 के अगस्त महीने में इसमें भी जबरदस्त तेजी देखी जा सकती है।
हालाँकि अभी भी अवैध बालू का कारोबार जमुई में चोरी छिपे की जा रही है। लेकिन अब पुलिस की कार्रवाई के आगे पशु माफिया और बालू माफिया के कारोबार में काफी कमी देखी गई है। इन आंकड़ों से यह परिलीक्षित होता है की इन दो से ढाई सालों में जमुई पुलिस की कारवाई में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है।
जमुई से सुमित की रिपोर्ट