पटना... बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार और नीतीश कुमार के फिर मुख्यमंत्री बनाए जाने पर विपक्ष ने अपना हमला तेज कर दिया है। मनोज झा ने नीतीश कुमार और एनडीए पर निशाना साधा है। मनोज झा ने सोशल मीडिया के जरिए ये बताने की भी कोशिश की है कि चुनाव परिणाम लोगों को भी समझना पड़ेगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जनता जनार्दन के फैसले और प्रशासन की ओर से जारी नतीजों के बीच के फासले को समझने के लिए जरूरी है कि जनादेश प्रबंधन की अद्भुत कला को समझा जाए। ये कला सबको उपलब्ध नहीं है, इसलिए बिहार के युवा, संविदा कर्मी, नियोजित शिक्षक स्तब्ध हैं। बिहार अभी खुला हुआ है।
जनता जनार्दन के 'फैसले' और प्रशासन द्वारा जारी 'नतीजों' के बीच के फासले को समझने के लिए ज़रूरी है कि 'जनादेश प्रबंधन' की अदभुत कला को समझा जाये।ये कला सबको उपलब्ध नहीं है इसलिए बिहार के युवा, संविदा कर्मी, नियोजित शिक्षक स्तब्ध है। बिहार अभी 'खुला' हुआ है।
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) November 15, 2020
इससे पहले मनोज लगातार एनडीए पर हमलावर बने हुए हैं। चुनाव में परिणाम आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने शनिवार को नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको मिला बहुमत काफी कमजोर है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस तरह की सरकार अधिक समय तक नहीं चल पाएगी। वह ज्यादा दिन तक मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे।
उन्होंने नीतीश कुमार पर जनता से धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा, नीतीश कुमार ने 2017 में महागठबंधन से एनडीए में आकर लोगों के जनादेश को दबाने का प्रयास किया है। बिहार की जनता अब जाग गई है।
बता दें कि एनडीए के विधायक दल की संयुक्त बैठक रविवार दोपहर को होनी है। इसमें नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना जाएगा। जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, रविवार 15 नवंबर को साढ़े बारह बजे बैठक शुरू होगी और इसमें आगे निर्णय किया जाएगा।