PATNA : अल्पसंख्यक वोटरों की नाराजगी को दूर करने के लिए जदयू ने कवायद शुरू कर दी है। जदयू को इस बात की चिंता खाये जा रही है कि वह भाजपा के साथ अपनी दोस्ती को कैसे स्वीकार्य बनाए। जदयू को लग रहा है कि इस नयी दोस्ती से अल्पसंख्यकों के मन में कुछ शंकाएं पैदा हुईं हैं जिसे दूर किया जाना चाहिए। इसके लिए पार्टी ने रणनीति बना ली है।
अल्पसंख्यकों को बताएंगे कि किस हालात में गये भाजपा के साथ
जदयू के नेता और कार्यकर्ता अब अल्पसंख्यकों के बीच जाएंगे और सीएम नीतीश कुमार के कामों के बारे में बताएंगे।पार्टी के नेता सभी जिलों में जाकर बतायेंगे कि सीएम ने अल्पसंख्यकों के लिए क्या किया है । 10 अक्टूबर से लेकर 12 नवम्बर तक पार्टी सभी जिला मुख्यालयों में अल्पसंख्यक सम्मेलन करेगी। सम्मेलन में पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं को उतारा जाएगा जो बताएंगे कि सरकार ने उनके लिए क्या-क्या किया है ।
आरसीपी सिंह ने अल्पसंख्यक नेताओं को दिए टिप्स
जदयू प्रदेश कार्यालय में अल्पसंख्यक नेताओं की बैठक आयोजित हुई। संगठन महासचिव आरसीपी सिंह ने नेताओं से कहा की आपलोग अल्पसंख्यक बहुल गांवों में जाकर बतायें की सरकार उनके लिए कौन-कौन सी योजनाएं चला रही हैं। साथ ही अल्पसंख्यक समाज को यह भी बताएं कि भाजपा से उनकी दोस्ती और राजद से दुश्मनी किन परिस्थितियों मे हुई। अल्पसंख्यक समाज से जुड़े हमारे नेता यह बतायें की तेजस्वी आज भी डिप्टी सीएम रहते अगर उनपर सीबीआई कार्रवाई नही करती। सीएम नीतीश कुमार ने कहा था की वे पब्लिक डोमेन में आकर अपनी सफाई दें। लेकिन उन्होनें ऐसा नहीं किया। मजबूरी मे नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा से हाथ मिलाया।
10 अक्टूबर से 12 नवम्बर तक होंगे सम्मेलन
बिहार के सभी जिलों में 10 अक्टूवर से लेकर 12 नवम्बर तक अल्पसंख्यक सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे। राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा की तारीख का एलान जल्द कर दिया जाएगा। सभी जिलों में सम्मेलन के लिए 6 टीमें बनाई जाएंगी जो जिलों में सम्मेलन करेंगी ।