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......तो क्या बीजेपी की साजिश में फंस गए जेडीयू कैंडिडेट अजय सिंह ? भाजपा के बागी उम्मीदवार के पीछे खड़े रहे पार्टी के कई नेता..!

......तो क्या बीजेपी की साजिश में फंस गए जेडीयू कैंडिडेट अजय सिंह ? भाजपा के बागी उम्मीदवार के पीछे खड़े रहे पार्टी के कई नेता..!

PATNA: सिवान की दरौंदा विस सीट सीएम नीतीश के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई थी।चूंकि वहां से जेडीयू ने सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था।अजय सिंह की उम्मीदवारी का स्थानीय स्तर पर भारी विरोध हुआ था।सहयोगी पार्टी बीजेपी के नेता खुलेआम जेडीयू कैंडिडेट का विरोध कर रहे थे।बताया जाता है कि बीजेपी के जिलास्तर के नेताओं के विरोध के पीछे पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की मौन सहमति थी।

पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और जिले के कद्दावर नेता कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह ने निर्दलीय नामांकन भी दाखिल कर दिया।वे बीजेपी से इस्तीफा दिए बिना निर्दलीय मैदान में डटे रहे।उनके पक्ष में बीजेपी के कई स्थानीय नेता अपरोक्ष रूप से प्रचार भी करते रहे।लेकिन बीजेपी ने उन्हें निकालने की जहमत नहीं उठाई। जेडीयू प्रत्याशी की तरफ से  बीजेपी नेतृत्व से शिकायत की गई कि बीजेपी मदद नहीं कर रही....।इसके बाद सुशील मोदी ने दरौंदा में अपने भाषण के दौरान हीं भाजपा जिला उपाध्यक्ष व्यास सिंह को धमकी दे डाली।उस दिन उन्होंने कहा था कि अगर व्यास सिंह शाम तक अजय सिंह का समर्थन नहीं करते हैं तो उन्हें पार्टी से निकलवा दूंगा।

कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह ने जेडीयू कैंडिडेट अजय सिंह का समर्थन नहीं किया।उसके बाद शाम में बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया।बतौर निर्दलीय बीजेपी के बागी नेता चुनाव में डटे रहे।रिजल्ट सामने है और निर्दलीय प्रत्याशी कर्णजीत सिंह ने सीएम नीतीश के खास अजय सिंह को दरौंदा के रण में करारी शिकस्त दे दी है।

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बता दें कि दरौंदा सीट को लेकर बीजेपी-जेडीयू में जिच थी।बीजेपी दरौंदा सीट की मांग कर रही थी लेकिन पार्टी ने बीजेपी की मांग को ठुकरा कर अपना उम्मीदवार दे दिया था।जेडीयू के इस निर्णय से बीजेपी नेताओं को बड़ा झटका लगा था।पार्टी के बड़े नेता तो खुलकर कुछ नहीं बोले लेकिन लोकल यूनिट ने जेडीयू प्रत्याशी का खुलेयाम विरोध किया।पार्टी के पूर्व सांसद ने तो अपने गठबंधन के उम्मीदवार को खिलाफ मुहिम हीं चला दी।

बीजेपी ने लास्ट आवर में पार्टी से निकाला

कर्णजीत सिंह को चुनाव प्रचार खत्म होने से दो दिन पहले यानि 17 अक्टूबर को बीजेपी से छह साल के निकाला गया।वो भी तब जब सीएम नीतीश कुमार,डिप्टी सीएम सुशील मोदी दरौंदा में चुनावी जनसभा करने गए थे।





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