PATNA : राम मंदिर मुद्दे को लेकर एनडीए में टकराव के आसार पैदा होते दिखाई दे रहे हैं। राम मंदिर मुद्दे पर जहाँ बीजेपी के नेता मंदिर निर्माण की बात कह रहे हैं वहीं जेडीयू ने दो टूक शब्दों में कहा है कि राम मंदिर मुद्दा एनडीए के एजेंडे में शामिल नहीं है।
राम मंदिर को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने साफ कहा कि राम मंदिर मुद्दा एनडीए के एजेंडा में ना पहले था और ना आज है। उन्होंने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी या उससे जुड़े हुए दूसरे संगठनों की मांग और कार्यक्रम हो सकता है लेकिन जितने भी घटक एनडीए के अंदर पहले से शामिल रहे हैं, उनकी कोई प्रतिबद्धता राम मंदिर के लिए नहीं है।
उन्होंने कहा कि एनडीए के गठन के दौरान जॉर्ज फर्नांडीज, नीतीश कुमार, अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी जी में जो समझदारी बनी थी, नेशनल एजेंडा फॉर गवर्नेंस उसके तहत इस मुद्दे को एनडीए के घोषणा पत्र से अलग रखा गया था।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वमान्य
केसी त्यागी ने राम मंदिर मुद्दे पर आ रहे बीजेपी नेताओं के बयानों की आलोचना करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है, जब तक सुप्रीम कोर्ट से यह तय नहीं हो जाता किसी को भी भ्रामक प्रचार करके ऐसे सवाल नहीं उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जो फैसला होगा वह पूरे भारतीय समाज को मान्य होगा।
विपक्षी पार्टियों में विरोध की हिम्मत नहीं
इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने संघ के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां भी अयोध्या में राम मंदिर का खुलकर विरोध नहीं कर सकती क्योंकि वह देश की बहुसंख्यक जनसंख्या के इष्टदेव हैं।