पटना- लोकसभा चुनाव की आहट पाकर सभी पार्टियां दलित वोटरों को रिझाने में जुट गई हैं. हर पार्टी दलित समुदाय को अपने खेमे में खिंचने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन जेडीयू इस पहल में सबसे आगे दिख रही है. आज पटना के अधिवेशन भवन में डीआईसीसीआई की तरफ से बिहार में अनुसूचित जाति जनजाति के डेवलपमेंट कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है. लेकिन ये जगजाहिर है कि इस आयोजन के कर्ताधर्ता पूर्व मंत्री अशोक चौधरी ही हैं.
इस कार्यक्रम का नाम संकल्प से सामर्थय दिया गया है. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने भी शिरकत की.साथ ही इस कार्यक्रम में जेडीयू के कई बड़े नेता भी शामिल हुए. लेकिन राजनीतिक जानकारों की माने तो कांग्रेस से निकलकर जेडीयू में शामिल हुए अशोक चौधरी इस कार्यक्रम के जरिए जेडीयू में कोई बड़ी जिम्मेदारी पाने की फिराक में हैं. अंदरखाने की खबर है कि अशोक चौधरी जेडीयू में लगातार सक्रिय हैं लेकिन उन्हें सीएम नीतीश कुमार की तरफ से कुछ खास तवज्जों नहीं दिया जा रहा है. जब से अशोक चौधरी ने जेडीयू ज्वाइन किया है तब से लेकर अबतक उन्हें कोई खास जिम्मेदारी नहीं दी गई है.इसलिए अशोक चौधरी ने पार्टी में अपनी भूमिका तय करने के लिए दलित कार्ड फेंक कर सीएम नीतीश कुमार को अपनी ताकत का अहसास करवाना चाहते हैं.
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट