KATIHAR : भाजपा के पूर्व विधायक विभाष चंद्र चौधरी के "पीआईएल बम" से मचा कटिहार नगर निगम के राजनीति में हड़कंप, पूर्व विधायक ने साल 2007-2016 तक कटिहार नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार के आरोप पर हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल किया है जो कोर्ट में अब एक्सेप्ट भी हो चुका है, इसमें वर्तमान बरारी के जदयू विधायक विजय सिंह के साथ कटिहार नगर के तत्कालीन उप-मेयर, नगर परिषद अध्यक्ष और नगर परिषद उपाध्यक्ष के साथ कई लोगों पर भ्रष्टाचार के मामले आरोपी बनाया गया है और फिलहाल कटिहार के सोशल मीडिया लगभग 500 करोड़ के इस जमीन के घोटाले के आरोप बाले पीआईएल के ये पत्र वायरल होंने से खलबली मचा हुआ है।
दूसरे चरण में कटिहार नगर निगम में चुनाव होना है और नगर निगम चुनाव के दूसरे चरण में सबसे हॉट सीट माने जाने वाले कटिहार से बरारी के वर्तमान जदयू विधायक विजय सिंह की पत्नी प्रेमलता देवी मेयर पद के प्रत्याशी है, दूसरी तरफ और जिन लोगों पर यह आरोप लगाया गया है उसमें से तत्कालीन पूर्व-उप मेयर पुष्पा देवी भी इस बार मेयर पद के ही प्रत्याशी हैं ,जबकि पूर्व डिप्टी मेयर मंजूर खान जिनको भी कई लोगों के साथ साथ पूर्व विधायक विभाष चंद्र चौधरी ने भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी बनाए हैं वह भी इस बार कटिहार नगर निगम से उप मेयर पद में चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए इस पीआईएल लेटर बम कटिहार के सोशल मीडिया ग्रुप में खूब वायरल हो रहा है और लोग इस पर तरह तरह के कमेंट करें रहे हैं।
भाजपा के पूर्व विधायक विभाष चंद्र चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 2007 से लेकर 2016 तक के समय का जिक्र करते हुए उन्होंने कटिहार नगर परिषद से लेकर नगर निगम बने कटिहार में किस तरह से पीडब्ल्यूडी के जमीन को नगर निगम के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर तत्कालीन मेयर विजय सिंह जो कि वर्तमान बरारी विधायक है और उनके साथ पूर्व डिप्टी मेयर उससे भी पहले नगर परिषद के चेयरमैन कैसे शहर के ह्रदय स्थली के जमीनों का सौदा किया है, इस पर उन्होंने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल कर भ्रष्टाचार की बड़ा खेल का खुलासा करते हुए इंसाफ की उम्मीद में पीआईएल दाखिल किया है जो फिलहाल एक्सेप्ट भी हो चुका है।
पूर्व विधायक ने कहा कि यह सिर्फ कटिहार ही नहीं बल्कि बिहार स्तर पर भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला है और इसमें कई सौ करोड़ भ्रष्टाचार का खेल होने का आशंका है। जबकि इस आरोप में बरारी के वर्तमान विधायक विजय सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि अभी उनको कोर्ट के माध्यम से कोई नोटिस नहीं मिला है लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें भी इसकी जानकारी मिला है, नोटिस मिलने पर वह इस पर निश्चित तौर पर कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे जहां तक इस आरोप का सवाल है इसमें कोई दम नहीं है क्योंकि विभाष चंद चौधरी बरारी से उनसे चुनाव में हारे हैं और फिलहाल उनकी पत्नी कटिहार से मेयर पद के लिए चुनावी मैदान में हैं इसलिए साजिश के तहत यह पीआईएल लेटर के माध्यम से सोशल मीडिया में उन लोगों की छवि को धूमिल किया जा रहा है।
उन्होंने इस पर पूर्व विधायक पर मानहानि का दावा करने की बात कर रहे है,अपने पर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए पूर्व उप मेयर जो इस बार मेयर प्रत्याशी है पुष्पा देवी ने भी इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पूर्व विधायक विभाष चंद चौधरी किसी एक खास व्यक्ति के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं, वह चाहते हैं पूरे मामले पर सीबीआई जांच हो जाए उन्होंने भी पूर्व विधायक द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाने पर मानहानि का मामला दायर करने की बात कर रहे हैं।
कुल मिलाकर कटिहार के सोशल मीडिया में वायरल होते हैं पीएआई का यह नोटिस कटिहार नगर की राजनीति में खलबली मचा कर रखा है अब देखना है किसको इसका चुनावी फायदा मिलता है और किस को इससे नुकसान होता है लेकिन इस बीच यह भी सच है की अगर नगर निगम में इतना बड़ा घोटाला हुआ है तो इसका भी जांच तो होना ही चाहिए।