PATNA : चुनावी चौसर पर राजनीति का एजेंडा सेट करने में माहिर और कई चुनाव में मोदी से लेकर नीतीश तक को सफलता का स्वाद चखाने वाले वाले चुनावी रणनीतिकार व जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ममता दीदी के लिए बंगाल के चुनावी अखाड़े में बीजेपी से भिड़ंत के लिये रणनीति बनाकर उसपर अमल करना शुरू कर दिया है।
अब जरा समझिए कि जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर कैसे बीजेपी को हर कीमत पर बंगाल की धरती पर परास्त करना चाहते है।
प्रशांत किशोर ने दीदी की पार्टी को मजबूत करने और चुनावी जंग जितने के लिये कोलकता में पिछले सोमवार अपने अभियान का शुभारंभ कर दिया। पी के द्वारा आयोजित पहले ही कार्यक्रम में तकरीबन 1हजार से ज्यादा तृणमूल कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
पीके की टीम के अनुसार चुनावी रणनीति को धार देने के लिए अगले 100 दिनों के अंदर 1 हजार जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है जिसमें पार्टी के सभी स्तर के नेता शामिल होंगे। ममता दीदी को मजबूत करने के लिए पीके ने 50 हजार युवाओं को पार्टी से जोड़ने का जोड़ने की रणनीति तैयार की है।
यूथ इन पॉलिटिक्स एजेंडा के तहत प्रत्येक दिन 4 हजार युवाओं को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है साथ ही राजनीतिक कार्यक्रम के तहत 50 हजार युवाओं को ट्रेनिंग देने का भी निर्णय लिया गया है।
ट्रेनिंग की खासियत है कि इसे कोई भी ले सकता है और किसी भी दल से वह अपनी स्वेच्छा से जुड़ सकता है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार एक बड़ा सवाल लोगों के दिमाग मे कौंध रहा है कि नीतीश और मोदी को चुनावी चौसर पर जीत दिलाने वाले पीके क्या बंगाल में सफल हो पाएंगे ?