PATNA : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज पटना स्थित अपने आवास पर जिला अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कोरोना महामारी एवं अन्य मुद्दों को लेकर वार्ता की.
मांझी ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले व्यक्तियों की स्थिति की जानकारी सभी जिला अध्यक्षों से ली. सिर्फ भागलपुर जिला को छोड़ सभी जिला अध्यक्षों ने शिकायत की है.
मांझी ने कहा कि पहले से और प्रवासी मजदूर के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई थी. लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर मे सरकार के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का घनघोर अभाव बताया गया. अब जब रेल आदि साधनों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर ना भेजकर सीधे घर पर भेजा जाता है. इस हाल में अधिक प्रवासी मजदूर जिनके एक कमरा का घर है. उनके होम क्वॉरेंटाइन की सुविधा नहीं है.
मांझी ने कहा कि मनरेगा की स्थिति के संबंध में जिलाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि लगभग सभी जिलो में मनरेगा का काम कागज पर चल रहा है. गलत मास्टर रौल तैयार किया जाता है एवं पैसा मजदूर के बजाय दूसरी के खाते में दिया जाता है. जो काम मनरेगा के तहत हो भी रहा है वह मजदूर से नहीं जेसीबी से किया जा रहा है.
मांझी ने कहा कि राशन कार्ड के संबंध में पूछे जाने पर जिलाध्यक्षों ने बताया गया कि पुराना राशन कार्ड पर ही अधिकांश रुप से अनाज एवं राशि का भुगतान हो रहा है. आवेदित राशन कार्ड एवं नया आवेदन राशन कार्ड बनाने का सरकारी आदेश के आलोक में कोई प्रगति नई हुई है.
मांझी ने कहा कि एक प्रश्न के जवाब में सभी हम जिलाध्यक्ष एवं प्रमुख कार्यकर्ताओं ने डिजिटल चुनाव का घन घोर विरोध किया.
मांझी ने कहा की मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई मेरी वार्ता के आलोक में मैं पुन: मुख्यमंत्री से मांग करता हूं की प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था के देखरेख के लिए जनप्रतिनिधियों का भी साथ लेने का भी निर्देश जारी करें. वैसे मुख्यमंत्री का निर्देश जारी हो चुका था. फिर भी उनके आदेश का अनुपालन नहीं हो पा रहा है. क्वॉरेंटाइन व्यवस्था और सिर्फ पदाधिकारियों के देखरेख में चल रही है. जिसमें घोटाला हो रहे हैं.
गोपालगंज के मुद्दे पर पत्रकारों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मांझी ने कहा कि हत्या किसी की हो हम उसकी निंदा करते हैं. हम महागठबंधन को कमजोर नहीं करना चाहते. हम सबके विचार से कार्य करने के पक्ष में रहे हैं. महागठबंधन को हम सभी को मिलकर एक साथ काम करना चाहिए जो नहीं हो रहा है.
मांझी ने कहा की गोपालगंज एवं अन्य मुद्दों पर महा गठबंधन के नेताओं के साथ बात होनी चाहिए थी. दलित, सवर्ण, पिछड़ो मुसलमानों एवं समाज के लोगों की भी हत्या हुई है. अन्य सभी मुद्दों पर हम सब को मिलकर एक मजबूत विपक्ष के रूप में आवाज उठाना उचित था. हम एक साथ मिलकर लॉक डाउन की स्थिति में सरकार की विफलता को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन तो निश्चित ही दे सकते थे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
सोनिया से बात करने के सवाल पर मांझी ने कहा कि यह घटना बड़ी है सोनिया को भी कहेंगे. पहले लालू दो बार बात करने का प्रयास किया बात नहीं हुई. अब नहीं करेंगे.
मांझी ने कहा कि आज तेजस्वी के जो सलाहकार हैं वह उन्हें गलत सलाह दे रहे हैं. वैसे ही एक पुराने सलाहकार के कारण लालू जेल में बंद हैं और वह पार्टी में बड़े पद पर विराजमान होकर महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश करते रहतें हैं. वह ऐसे लोग हैं जिनकी बात उनके समाज के लोग भी नहीं मानतें. इसलिए एकजुटता के साथ हमें हर मुद्दों पर एक होना चाहिए.
जिला अध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पूर्व मंत्री डॉ अनिल कुमार, प्रदेश अध्यक्ष बीएल बैश्यन्त्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान, प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव, रामविलास प्रसाद, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी आदि मौजूद थे.
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट