पटना : बिहार में बेटियों के साथ लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी गुस्से में हैं। उनके गुस्से का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार और उनके भ्रष्ट अधिकारियों को जिम्मेदार ठहरा दिया। राबड़ी देवी ने ट्विटर पर लिखा है कि भ्रष्टाचार, बलात्कार और बलात्कारियों को संरक्षण भाजपा नीत नीतीश सरकार की मुख्य उपलब्धि बन चुकी है। उन्होंने बढ़ते अपराध को रोकने में नाकाम नीतीश सरकार पर बड़ा हमला करते हुए लिखा है - 40 सीटों वाले अनैतिक मुख्यमंत्री और उनके भ्रष्ट अधिकारी क्या झाल बजाने के लिए बैठे है?
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। नीतीश कुमार भले ही यह दावे करते हों कि और लगातार क्राइम मीटिंग कर रहे हैं, लेकिन बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार ऊपर की ओर बढ़ता जा रहा है। जिस पर राबड़ी देवी ने नीतीश सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। राबड़ी ने मुजफ्फरपुर में दसवी की छात्रा से गैंगरेप, बेगूसराय में नाबालिक किशोरी का अपहरण, मुजफ्फरपुर में सात साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटनाओं पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा ऐसे अपराधों को रोकने की जगह बैठकर झाल बजा रही है।
शिवसेना ने भी नीतीश कुमार को लिया निशाने पर
बिहार में बढ़ते अपराध पर शिवसेना ने भी नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। अपने मुख पत्र सामना में शिवसेना ने लिखा है कि 'बिहार में हालत यह है कि यहां हर दिन औसतन 9 मर्डर और 4 रेप के मामले दर्ज हो रहे हैं. एससीआरबी यानी स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि गत वर्ष सितंबर माह तक राज्य में कुल 2,406 मर्डर और 1,106 रेप की वारदातें दर्ज हो चुकी थीं।
शिवसेना ने सामना के 'कोरोना से भी आगे क्राइम!…ये कैसा सुशासन?' संपादकीय में लिखा है कि ''हाल ही में एक खबर आई कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शिक्षक के 22 वर्षीय बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पिता स्कूल गए थे और बहन मां का इलाज कराने पटना. इस बीच दबंगों ने घर में घुसकर पढ़ाई कर रहे आशुतोष को जमकर पीटा, फिर उसके हाथ-पैर व प्राइवेट पार्ट पर प्लास्टिक की रस्सी बांधकर उसे उसी के घर में लटका दिया.