RANCHI: रांची पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध शराब के किंगपिन नरेश सिंघानिया को 4 साल बाद गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। नामकुम थाना क्षेत्र के जोरार इलाके से इस हत्यारे की गिरफ्तारी हुई है। यहां इस शख्स की चर्चा इसलिए की जा रही है क्योंकि इसपर अवैध शराब का कारोबार करने सहित 22 लोगों की मौत का मामला दर्ज है।
2017 के करम पर्व के मौके पर 2 सितंबर 2017 की रात अवैध शराब कारोबारी सिंघानिया बंधु प्रहलाद सिंघानिया और नरेश सिंघानिया ने रांची के बाजार में नकली शराब की एक बड़ी खेप उतारी थी। इस जहरीली शराब का सेवन करने से 22 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में जैप के चार जवान भी शामिल थे। जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि जहरीली शराब की यह खेप सिंघानिया बंधुओं ने बाजार में परोसा था। अवैध शराब कारोबारी प्रह्लाद सिंघानिया को पुलिस 4 साल पहले ही गिरफ्तार कर ली थी। घटना के बाद पुलिस को चकमा देकर वह ठिकाना बदल-बदलकर रह रहा था। आखिर में उसे 4 अक्तूबर 2017 को जमशेदपुर से ही दबोचा गया था।
वहीं इस मामले के किंगपिन नरेश सिंघानिया को गिरफ्तार करने के लिए रांची पुलिस 4 साल से मशक्कत कर रही थी। बुधवार को मिले इनपुट के आधार पर एसएसपी एसके झा को जानकारी मिली थी कि नरेश सिंघानियां अपने रिश्तेदार के घर नामकुम के जोरार आया है। जानकारी मिलते ही नामकुम थना प्रभारी को अलर्ट कर दिया गया। इसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ गुरुवार की सुबह उसे इसके संबंधी के घर से ही दबोच लिया गया। अवैध शराब के व्यापार के मामले में सिंघानियां ब्रदर्स (प्रहलाद व नरेश सिंघानियां)पर रांची के नामकुम, सुखदेवनगर और डोरंडा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनों पिछले 20 वर्षो से रांची में अवैध शराब का कारोबार कर रहे थे।