Ranchi: कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के चौथे चरण की अवधि अभी ख़तम भी नही हुई थी, की झारखंड सरकार ने कोरोना महामारी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन को पांचवे चरण तक बढाने संकेत दे दिए है.
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संक्रमण के व्यवहार का अध्ययन किया जाएगा। संक्रमण फैलने की गति और रिकवरी दर का आकलन करने के बाद जरूरत पड़ी तो राज्य में लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा। लॉकडाउन में ढील की कोई जल्दबाजी नहीं है।
सीएम ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण करके राज्य के लोगों की जिंदगी बचाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोरोना संक्रमण बढ़ने से हतोत्साहित नहीं हैं। कोरोना प्रबंधन की वजह से ही दुसरे राज्यों से विपरीत झारखंड में कहीं भी अराजकता का माहौल नहीं है।
साथ ही उन्होंने ने कहा कि अब तक देश के विभिन्न राज्यों में फंसे करीब 4.5 लाख प्रवासी लोग झारखंड वापस आ चुके हैं, लेकिन अभी भी देश के कई दुर्गम स्थानों पर लोग फंसे हैं। इन्हें ट्रेन या आम यातायात के माध्यम से लाना बहुत मुश्किल है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि श्रमिक जहां भी फंसे होंगे, सरकार उन्हें वापस लाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण मजदूर मानसिक तनाव में है। श्रमिकों को मानसिक तनाव से निकलकर सामान्य जीवन देना जरूरी है।