रांची: झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के संयोजक मुमताज़ खान अधिवक्ता की अगुवाई में गुरुवार को एक प्रतिनिधि मंडल ने झारखंड आंदोलनकारी चिन्हित करण आयोग के चेयरमैन दुर्गा उरांव से मुलाक़ात की। इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के संयोजक खान ने उन्हें पूर्व के आयोग द्वारा अब तक की कार्यों की जानकारी दी। चेयरमैन उरांव को बताया गया कि आयोग में 63000 आंदोलनकारियों ने आवेदन दिया है, जिसमें सिर्फ एक तिहाई आवेदन की ही जांच हो पायी है।
यह भी बताया गया कि झारखण्ड आन्दोलन के शहीदों की सूची अभी तक आयोग द्वारा तैयार नहीं की गई है। इसलिए जिलों के उपायुक्तों से शहीदों की सूची मंगा कर उन्हें चिन्हित किया जाय। सभी जिलों में जांच के लिए भेजे गए आंदोलनकारियों के 20,000 आवेदन अंचल व सब डिवीजन में लंबित है, अतः उपायुक्तों से जांच कर कर अविलम्ब आयोग के कार्यालय में जमा कराया जाय। प्रतिनिधि मंडल द्वारा यह भी कहा गया कि आंदोलनकारियों के पांच हजार आवेदन आयोग द्वारा जांच के बाद लम्बित है। जिस पर जल्द निर्णय लेकर चिन्हित करण कर सूची गृह विभाग में भेजने का कष्ट किया जाय।
आयोग द्वारा अधिसूचित विख्यात आंदोलनकारियों की सूची में उनके पिता का नाम एवं पता शामिल नहीं है। इसके लिए उपायुक्तों से विवरण मांगकर गृह विभाग को सूची भेजी जाय एवं आयोग द्वारा सीआईडी विभाग से आंदोलनकारियों के सम्बंध में मांगी गयी रिपोर्ट अभी तक आयोग में उपलब्ध नहीं हुआ है। इसके स्मार पत्र दिया जाय। साथ ही अनुरोध किया गया कि आयोग की कार्यशैली को दुरुस्त कर काम में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द आंदोलनकारियों के चिन्हित का काम पूरी की जाये। मिलने वालों में मुमताज़ अहमद खान, विमल कच्छप, शफ़ीक़ आलम, सुशीला एक्का, प्रवीण प्रभाकर, अनवर खान, महावीर विश्वकर्मा, जुबैर अहमद, उमेश यादव, दिवाकर साहू, शिव शंकर महतो, प्रदीप, खुर्शीद आलम, असलम अंसारी एवं संजीव रंजन सहित कई अन्य शामिल थे।