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JHARKHAND NEWS: खुल गई घटिया निर्माण की पोल, 2 दिन की बारिश में नए विधानसभा भवन को नुकसान, फॉल्स सीलिंग गिरी

JHARKHAND NEWS: खुल गई घटिया निर्माण की पोल, 2 दिन की बारिश में नए विधानसभा भवन को नुकसान, फॉल्स सीलिंग गिरी

RANCHI: चक्रवाती तूफान यास ने बंगाल और उड़ीसा में अपना कहर बरपाया. इसके बाद यह आगे बढ़कर बिहार और झारखंड में आ गया. बिहार और झारखंड में भी तूफान ने थोड़ी ही सही, मगर तबाही के मंजर दिखाए. बिहार में कई सरकारी अस्पतालों में पानी भर गया तो वहीं किसानों की फसलें डूब गईं. इसके अलावा बिहार-झारखंड में कई बड़े पेड़ तेज हवा से गिर गए, जिससे बिजली व्यवस्था सहित यातायात बाधित हुआ.

इस तूफान के प्रभाव से कई बिल्डिंग और पुल को भी नुकसान हुआ है. यहां देख गौर करने वाली बात यह है कि पुरानी इमारतों से ज्यादा नुकसान नई बनी सड़कों, पुल और इमारतों को हुआ है. झारखंड में 2 दिन भी ठीक से बारिश नहीं हुई और वहां नया बना पुल धव्स्त हो गया. इसके अलावा झारखंड विधानसभा का नया भवन भी तूफानी बारिश को झेल नहीं पाया और भवन के फर्स्ट फ्लोर की फॉल्स सीलिंग गिर गई. भवन के फर्स्ट फ्लोर के पश्चिमी हिस्से के कॉरिडोर की सीलिंग गुरुवार की रात गिर गयी.सामान्य दिनों की तरह कामकाज चलता तो बड़ी घटना हो सकती थी. पश्चिमी हिस्से में विधानसभा सचिव के कक्ष के पास यह घटना हुई है. विधानसभा सचिव के कार्यालय कक्ष के साथ-साथ यहां कई अधिकारियों का कक्ष है. झारखंड में निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सरकारी राशि के दुरुपयोग को लेकर समय-समय पर कई सवाल उठते रहे हैं. बीते दिनोंरांची के तमाड़-बुंडू इलाके में कांची नदी पर करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से बने पुल के उद्घाटन के पहले ही ढह जाने की घटना से सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी. अब विधानसभा भवन की खबर पर अलग-अलग तरह की चर्चाएं हो रही हैं.

बता दें, विधानसभा का यह नया भवन 465 करोड़ की राशि में बना था. 39 एकड़ में फैले इस ने विधानसभा परिसर का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 4 वर्षों में बनकर तैयार हुए इस भवन को डैमेज होने में केवल 2 दिन की बारिश का योगदान रहा. पहले से ही विधानसभा के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कई बार सवाल उठाए जा चुके हैं और इस संबंध में सरकार को कई पत्र भी भेजे गए हैं. अब जब इसकी सच्चाई सबके सामने आ चुकी है. तब देखना है कि झारखंड सरकार इस पर क्या कदम उठाती है.

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