DESK: बिहार में नीतीश सरकार ने 5 मई से 15 मई तक 10 दिनों का लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है. बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही थी जिसे देखते हुए नीतीश सरकार ने यह फैसला लिया. हालांकि पड़ोसी राज्य झारखंड में पहले से ही लॉकडाउन लागू है और अब वहां नियम और सख्त किए जा रहे हैं.
राज्य में अप्रैल की शुरूआत में कोरोना के मरीजों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि दर्ज की गई थी. हालात काबू से बाहर होने के बाद सरकार ने आंशिक रूप से लॉकडाउन लगाया. इसके अलावा अब इन नियमों को और सख्त कर दिया गया है. झारखंड में अब ऑटो में 3 से ज्यादा लोग नहीं बैठ सकते हैं. कार में 4 से ज्यादा सवारी बैठने पर वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा. साथ ही दोपहर 3 बजे के बाद सड़क पर बेवजह निकलने वालों से भारी जुर्माना वसूला जाएगा. दोपहर 3 बजे के बाद नियमित तौर पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी चेकिंग अभियान चलाएंगे और जो भी व्यक्ति सड़कों पर दिखेगा उसे पूछताछ की जाएगी. इसके लिए ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है.
इसके साथ-साथ सरकार ने पुलिसवालों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा है. सभी ट्रैफिक पुलिस और अन्य पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन करेंगे. इसके अलावा सभी पुलिसकर्मी ग्लव्स, फेस शील्ड, मास्क पहनकर ही ड्यूटी करेंगे जिससे वे सभी सुरक्षित रहें. ट्रैफिक एसपी ने कहा है कि बेवजह बाहर घूम रहे लोगों से पूछताछ की जाएगी और पूछताछ में संतुष्ट नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी. यह अभियान फिलहाल लगातार जारी रहेगा.