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जीतनराम मांझी पर खूब बरसे भाई वीरेंद्र, बोले- बिहार का मुसहर समाज लालू यादव को मानता है नेता

जीतनराम मांझी पर खूब बरसे भाई वीरेंद्र, बोले- बिहार का मुसहर समाज लालू यादव को मानता है नेता

पटना : जीतनराम मांझी ने आखिरकार महागठबंधन को अलविदा कह दिया. आगे जीतनराम क्या करेंगे ये अभी आधिकारिक तौर पर नहीं बताया है. सूत्र बता रहे हैं कि हम पार्टी एनडीए में जल्द शामिल होगी. वहीं जीतनराम मांझी के महागठबंधन छोड़ने के बाद आरजेडी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि जीतनराम मांझी को महागठबंधन में पूरा सम्मान दिया गया. जबकि वो लगातार अलबल बोल रहे थे. उनके जाने से महागठबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. 

आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि जीतनराम मांझी को महागठबंधन से बहुत पहले ही निकल जाना चाहिए था. वो एक जगह रहने वाले लोग नहीं है. हम पार्टी का सिर्फ एक विधायक है. फिर भी लालू प्रसाद यादव ने जीतनराम मांझी के बेटे को एमएलसी बनाने का काम किया. एक विधायक रहते हुए भी लालू प्रसाद ने उनके पार्टी को 25 विधायक का पावर दिया. जीतनराम मांझी ने जो फैसला लिया है कि उसकी निंदा लोग कर रहे हैं. उनके जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. बिहार में जो मुसहर बिरादरी है वो लालू प्रसाद यादव को अपना नेता मानता है. और मुसहर लालू प्रसाद को ही वोट देगा. जीतनराम मांझी की कोई पकड़ दलित वोटबैंक पर नहीं है. उनको सोचना चाहिए जितना सम्मान हमारे नेता लालू प्रसाद ने दिया, उतना कहीं नहीं मिलने वाला है. महागठबंधन में दलित समाज से कई बड़े नेता हैं.

गौरतलब है कि आज जीतन राम मांझी की हम पार्टी महागठबंधन से अलग हो गई है. मांझी की पार्टी की कोर कमेटी ने फैसला लिया है कि वह अब महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहेंगे. माना जा रहा है कि जीतन राम मांझी जेडीयू के साथ जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि जीतनराम मांझी की घर वापसी को लेकर जेडीयू की तरफ से पिछले कई महीनों से कवायद हो रही है. जेडीयू चाहती है कि मांझी की पार्टी हम का पूरी तरह से जेडीयू में विलय हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं होने की सूरत में मांझी की पार्टी के साथ कुछ सीटों पर समझौते का फॉर्मूला तय किया जा रहा है.

आज हुई हम की कोर कमेटी बैठक में महागठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया गया है. हालांकि अभी तय नहीं हुआ है कि जीतनराम मांझी की पार्टी जेडीयू से हाथ मिलाएगी या नहीं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जेडीयू और मांझी के बीच डील हो चुकी है.


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