NEWS4NATION DESK : जेएनयू में रविवार शाम बड़ी हिंसा हुई। लाठी-डंडे, हॉकी स्टिक से लैस नकाबपोश हमलावरों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसकर छात्रों और टीचरों को बेरहमी से पीटा। घटना में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत 30 से ज्यादा छात्र और टीचर गंभीर रूप से घायल है, जिन्हें एम्स और सफदरजंग में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि करीब 200 हमलावरों ने साबरमती हॉस्टल समेत कई बिल्डिंग में जमकर तोड़फोड़ की और छात्रों और टीचरों को बेरहमी से पीटा।
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस को बार-बार फोन किये जाने के बावजदू वह समय पर नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि रजिस्ट्रार की सलाह पर स्टूडेंट्स ने कई बार 100 नंबर डायल किया। पीसीआर को 90 से ज्यादा कॉल मिलीं, लेकिन स्टूडेंट्स का आरोप है कि कई कॉल करने के बावजूद पुलिस देरी से पहुंची और हिंसा रोकने के बजाय चुप रही।
इधर पुलिस का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के कहने पर हम अंदर आए। कुछ नकाबपोश देखे गए हैं, जिनकी पहचान की जाएगी। जेएनयू प्रशासन ने कहा कि रात में भी नकाबपोश कैंपस में लोगों पर हमले करते रहे।