PATNA : कैलाशपति मिश्र भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं में एक थे। वे पूर्वी भारत में जनसंघ के सबसे मजबूत स्तंभ थे। जनसंघ और भाजपा के विस्तार के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन संगठन को समर्पित कर दिया था। शनिवार को उनकी पुण्यतिथि के मौके पर भाजपा ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में भाजपा के सांसद डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि पटना में कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा लगनी चाहिए। उन्होंने बिहार और देश के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी से कहा कि आप लोग जगह तय कर उनकी प्रतिमा निर्माण का फैसला लें।
भाजपा में पार्टी ही परिवार है
इस कार्यक्रम में भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने कहा कि कैलाशपति मिश्र जी ने पूर्वी भारत में जनसंघ को स्थापित किया था। अब हम अपने बुजुर्गों की परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राजद जैसे कई दल परविरा की पार्टी बन कर रह गये हैं। लेकिन भाजपा के लिए पार्टी ही परिवार है। यहां कई ऐसे नेता हुए हैं जिन्होंने देश सेवा के लिए परिवार से दूरी बना ली। अपना पूरा जीवन संगठन के नाम कर दिया। कैलाश जी भी एक से ही नेता थे। हमारे बुजुर्गों ने जो राह दिखायी थी हम उस पर आगे बढ़ रहे हैं। हम विकास के जरिये जातिवाद को भी खत्म करेंगे।
वाजपेयी के सहयोगी थे कैलाशपति मिश्र
कैलाशपति मिश्र अदभुत संगठनकर्ता थे। उन्होंने अपनी इस योग्यता के बल पर जनसंघ और भाजपा का बहुत विस्तार किया। उन्हें बाजपा का भीष्मपितामह कहा जाता था। उनका पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से निकट का रिश्ता था। 1977 में जब बिहार में जनता पार्टी की सरकार बनी तो कैलाशपति मिश्र उस सरकार में वित्त मंत्री थे। वे गुजरात के राज्यपाल भी रहे थे।