दिल्ली. छतीसगढ़ में आयोजित धर्म संसद के दौरान महात्मा गाँधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कथावाचक कालीचरण महाराज उर्फ अभिजीत धनंजय सरग की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बुधवार को उसे पुणे की अदालत में पेश किया गया जहाँ कोर्ट ने कालीचरण को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुणे की अदालत ने अभद्र भाषा मामले में कालीचरण महाराज को पुलिस हिरासत में रखने और आगे की पूछताछ करने की अनुमति दी.
इसके पूर्ण उसे मध्य प्रदेश से छतीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. कालीचरण पर कथित तौर पर महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप है. कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश और छतीसगढ़ की सरकारें भी प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर एक दूसरे से भिड़े थे.
महात्मा गाँधी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के कारण कालीचरण की चहुओर निंदा हुई थी. कई सामाजिक संगठनों ने उसके बयान को अनुचित करार देते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी. हिंदू धर्म गुरु कालीचरण उर्फ अभिजीत धनंजय सारंग ने 26 दिसंबर को रायपुर में धर्म संसद के अंतिम दिन महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था तथा उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रणाम किया था. इसे लेकर कालीचरण के खिलाफ महाराष्ट्र में भी केस दर्ज किया गया था.