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‘कार्तिक को मिली भूमिहार होने की सजा’, भाजपा का दावा- नीतीश सरकार बना रही ब्रह्मर्षि समाज को निशाना

‘कार्तिक को मिली भूमिहार होने की सजा’, भाजपा का दावा- नीतीश सरकार बना रही ब्रह्मर्षि समाज को निशाना

पटना. मंत्री पद से कार्तिक सिंह के इस्तीफा देने का बाद एक भाजपा ने नीतीश सरकार पर एक जाति विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. भाजपा नेताओं ने कहा है कि कार्तिक सिंह को भूमिहार होने की सजा मिली है. वे भूमिहार हैं इसलिए उनका विकेट गिरा दिया गया जबकि नीतीश मंत्रिमंडल में कई अन्य दागी मंत्री हैं लेकिन वे अन्य जाति के हैं इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं हुआ है. भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जीवेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि एक रात पहले कार्तिक सिंह का विभाग बदला जाता है. अगले शाम होते होते उनका इस्तीफा ले लिया जाता है. एक मंत्री को एक जाति विशेष का होने के कारण इस्तीफा ले लिया जाता है. 

उन्होंने कहा कि हमारा सवाल सिर्फ कार्तिक सिंह के इस्तीफे की मांग से जुड़ा नहीं था. अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो वे कई आरोपों में घिरे सुरेन्द्र यादव से शाम ढलने के पहले इस्तीफा लेकर दिखा दें. रामानंद यादव का इस्तीफा ले लें जिन पर मामला दर्ज है. चावल चुराने वाले मंत्री पर नीतीश कुमार की सरकार ने ही वर्ष 2013-14 में केस किया था. लेकिन उन्हें अब मंत्री बना दिया गया है. उनसे इस्तीफा लेकर दिखाएँ. यौनाचार के आरोपी मंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं, हत्या के मामले में आरोपी का इस्तीफा क्यों नहीं. एक जाति विशेष से आने वाले कार्तिक सिंह का ही सिर्फ इस्तीफा क्यों लिया गया. इसलिए भाजपा सभी आरोपी मंत्रियों के इस्तीफे की मांग करती है. 

वहीं, पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार ने भी सोशल मीडिया पर लिखा, महागठबंधन ने कार्तिकेय कुमार का विकेट गिरा दिया, क्योंकि वे भूमिहार जाति से आते हैं. वैसे तो कई मंत्री दागी हैं पर कार्तिकेय की तरह भूमिहार नहीं हैं. हालांकि इसके पहले कार्तिक सिंह से जुड़े अपहरण मामले का खुलासा होने पर भाजपा जमकर आक्रामक थी. भाजपा नेता सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं कार्तिक सिंह को मंत्री बनाए जाने पर सवाल उठाया था. उन्होंने नीतीश कुमार से दागी कार्तिक से मंत्री पद वापस लेने की मांग की थी. वहीं अब कार्तिक के इस्तीफा देने के बाद भाजपा ने फिर से नीतीश सरकार को घेरा है और भूमिहार जाति से होने के कारण उन पर सबसे पहले कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. 

वर्ष 2014 के एक अपहरण मामले में कार्तिक सिंह की जमानत पर दानापुर की अदालत में गुरुवार को अहम सुनवाई है. उनकी जमानत की अर्जी दानापुर कोर्ट में दायर की जाएगी. कार्तिक के राजनीतिक भविष्य को लेकर कोर्ट का फैसला बेहद अहम होगा. 


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