दिल्ली. देश की आजादी के 75वें वर्षगांठ पर केंद्र से लेकर राज्य सरकारों की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने राजधानी को तिरंगों से पाटने की योजना बनाई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को आज़ादी के 75 साल को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में 75 जगहों पर 115 फीट ऊंचे झंडे लगाने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
उन्होंने कहा कि हम पहले चरण में पूरी दिल्ली में 500 जगहों पर झंडे लगाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि दुनिया में सिर्फ दिल्ली में इतने बड़े स्तर पर इतने झंडे लगाए जा रहे हैं. हालाँकि दिल्ली में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर तिरंगा लहराने की योजना एक ओर कई लोगों ने स्वागत किया है तो कुछ ने केजरीवाल सरकार को ट्रोल किया है.
कई लोगों ने तिरंगा को लेकर राजनीति न करने की हिदायत दी है. कुछ ट्रोलर ने दिल्ली की विभिन्न समस्याओं का उल्लेख करते केजरीवाल सरकार से तिरंगा के साथ ही उन जनहित की समस्याओं को निपटाने पर ध्यान देने की अपील की. वहीं कुछ ने इसे पीएम मोदी के रस्ते पर चलने वाला कदम बताया. मोदी सरकार बनने के बाद देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों के बाहर तिरंगा लहराने की शुरुआत हुई. वहीं कुछ अन्य सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा लहराया गया. उसी का उदाहरण देते हुए ट्रोलर ने केजरीवाल से मोदी की राह पर चलने के लिए उन पर तंज कसा है.