AURANGABAD : औरंगाबाद के दाउदनगर अनुमंडल ओबरा प्रखंड स्थित मझितांवा खेल मैदान में जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव किसान मजदूर रोजगार सभा में पहुंचे. इस मौके पर पप्पू यादव ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश के किसान आज बिचौलियों के चंगुल में फंसते जा रहे हैं. सरकार की नीति के कारण अब जमाखोरों की चांदी कटने वाली है और किसानों की स्थिति बद से बदतर होने जा रही है. बिहार में न तो किसानों के लिए बाजार है, ना मंडी है ,न अनुमंडल स्तर पर गोदाम की व्यवस्था है. किसानों को अपने उत्पादन की कीमत खुद निर्धारित करने का अधिकार सरकार को देना चाहिए. सरकार अविलंब कृषि को उद्योग का दर्जा दे और गैर राजनीतिक दलों का एक ऐसा संगठन बनाए, जो किसानों के उत्पादित अनाजों की कीमत का आकलन कर सके, ताकि किसानों को कर्ज में न डूबना पड़े.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पैक्सों में बिचौलियों के माध्यम से धान की खरीद की जाती है, जो बिहार सरकार की विफलता को दर्शाता है. तीनों कृषि कानून किसानों के लिए अभिशाप है. यहां फसल क्षति की भरपाई किसानों को नहीं मिल कर भू स्वामियों को मिलता है. उन्होंने कहा कि कृषि को उद्योग का दर्जा देते हुए सरकार कृषि बीमा को मजबूत करे. किसान खर्च करते हैं.
कृषि के लिए आवश्यक तमाम सामग्रियों का मूल्य कंपनियां तय करती हैं. हमारी फसल का मूल्य सरकार तय करती है. आने वाले समय में देश के पांच उद्योगपति तमाम खाद्यान्नों को अपने भंडारगृह में रखेंगे और किसानों से खरीदे गए मूल्य की अपेक्षा कई गुना दाम पर उसे बेचेंगे. इससे देश में महंगाई ,भुखमरी और गरीबी बढ़ेगी. इस सभा को संबोधित करते हुए जाप सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुजीत कुमार सिंह उर्फ चुन्नू यादव ने कहा कि सरकारी स्तर पर ऐसी नीतियां बनायी जाए, जिसका लाभ सभी प्रकार के किसानों को मिले, चाहे वह पशुपालक किसान हों या सब्जी की खेती करते हों या बागवानी करते हों.
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट