जानिए कैसे करे मां दुर्गा की नौवीं शक्ति मां सिद्धिदात्री की आराधना ...क्या है महत्व...

पटना (डेक्स) : आज नवमी के दिन मां दुर्गा की नौवीं शक्ति मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है। मां सिद्धिदात्री की उपासना करने से अच्छा कर्मों की प्रेरणा मिलती है।और नवमी के दिन मां की आराधना से यश, बल, धन की प्राप्ति होती है ।मां सिद्धिदात्री सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करने वाली हैं। इनके आशीर्वाद से सभी असंभव काम भी पूरे होते हैं। नवरात्र के नवमी के दिन मां की उपासना करने से हर कार्य हुआ काम पूरा होता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
ऐसा कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ ने भी मां सिद्धिदात्री की कृपा से ही सिद्धियों को प्राप्त किया था और मां के ही कृपा से भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ। इसी कारण भगवान शिव अर्द्धनारीश्वर कहलाए। मां सिद्धिदात्री की उपासना से सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्ति हो जाती है।
मां सिद्धिदात्री की उपासना करते समय हल्के बैंगनी रंग के वस्त्रों को धारण करना चाहिए। यह दिन चंद्रमा की पूजा के लिए सर्वोत्तम है। नवमी पर ब्राह्मणों को दान अवश्य करें। इससे अचानक होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव होता है। माता की आराधना से ज्ञान की प्राप्ति होती है। माता के उपासक को कभी संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। मां की आराधना से मृत्यु का भय दूर हो जाता है।
माता सिद्धिदात्री की पूजा में नौ तरह के फल-फूल अर्पित किए जाने का विधान है। जो भी फल या भोजन मां को अर्पित करें उसे लाल वस्त्र में लपेट कर अर्पित करें। मां के चरणों में शरणागत होकर निरंतर उपासना करनी चाहिए। मां सिद्धिदात्री का स्वरूप मां सरस्वती का स्वरूप माना जाता है।