पटना : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लॉक डाउन की अवधि को बढ़ा कर 3 मई तक कर दिया गया हैं। जो की देश हित मे बहुत जरुरी कदम है इसके लिये पुरे विश्व मे आज भारत की तारिफ भी हो रही है
कहावत है की हर सिक्के के दो पहलू होते है लॉक डाउन करना सिक्के का एक पहलू है लेकिन लॉक डाउन के कारण दैनिक कार्य करके भरण पोषण करने वाले लोग जैसे सड़क के किनारे चाय , लिट्टी, भुजा, पकोड़े एवं मिठाई बेचकर जीवन यापन करने वाले लोगो के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया है
युवा क़ानू-हलवाई राजनैतिक चेतना मंच बिहार के प्रदेश प्रधान महासचिव विकास गुप्ता ने कहा की देश मे अचानक लागू हुये लॉक डाउन के कारण हर आदमी प्रभावित हुआ है, लेकिन विशेष रूप से क़ानू-हलवाई भाईयो की मिठाई की दुकाने अचानक बंद हो गई। जिससे दुकान मे पड़ी सारी मिठाईया खराब हो गई और इस समाज के व्यवसायी भाइयो को लाखो का नुकसान हुआ है। 85% दुकानदारो की पुंजी डूब गई है और वे दुग्ध एवं राशन वालो के कर्जदार भी हो गये और अब इनकी रोजी- रोटी पर भी आफत आ गई है
युवा क़ानू-हलवाई राजनैतिक चेतना मंच ने बिहार के मुख्यमंत्री से मांग की है कि क़ानू-हलवाई भाइयों को दिल्ली सरकार की तर्ज पे तुरंत 5000 रू प्रत्येक परिवार के हिसाब से भरण पोषण के लिए दिया जाये एवं उनकी क्षती का आंकलन कर उचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाये। जिससे वे पुन: अपनी रोजी -रोटी कमा सके ।