मसौढ़ी। 28 दिनों से दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन की आंच अब बिहार में भी दिखने लगी है। आंदोलन के समर्थन में मसौढ़ी में किसान जनतंत्र समाज के लोगो ने अनुमंडल कार्यालय के बाहर उपवास के साथ धरना दिया। धरने पर बैठे लोग बिल के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान मोदी और भाजपा को उद्योगपतियों का समर्थक करार दिया।
धरने पर बैठे किसान नेता उमेश शर्मा का कहना था भाजपा किसान आंदोलन को विपक्ष की साजिश कह रही है जो कि पूरी तरह से गलत है। सही मायनों में यह किसानों का आंदोलन है। विपक्ष सिर्फ उनकी मांगों के साथ खड़ा है। इस आंदोलन ने केंद्र की मोदी सरकार की हकीकत लोगों के सामने आ गई है।
अंबानी अडानी के साथ किया समझौता
नए कृषि बिल को लेकर किसान नेता ने कहा यह पूरी तरह से किसान विरोधी है। कानून की आड़ में अंबानी अडानी के साथ गुप्त समझौता किया गया है। पहले देश भर में उनके स्टोर्स खोले गए और अब कृषि बिल के नाम पर किसानों की उपज को सस्ते दामों पर कंपनियों को बेचने के लिए मजबूर करने की साजिश रची जा रही है।
बता दें कि किसान आंदोलन को आज चार सप्ताह का समय पूरा हो गया है। इस दौरान केंद्र सरकार के साथ हुई सभी बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका है। वहीं धीरे -धीरे नई दिल्ली की सीमा से निकलकर यह आंदोलन पूरे देश में फैलले लगा है। देश के कई राज्यों में अब लोग किसानों के साथ खड़े होने लगे हैं