PRAYAGRAJ : कुंभ में आज वसंत पंचमी के अवसर पर तीसरे शाही स्नान में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। 10 फरवरी यानि आज रविवार को पड़ने वाले इस स्नान के लिए व्यापक तैयारियां पहले से ही की गईहैं। ‘शाही स्नान' में कम से कम दो करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
इससे पहले दो शाही स्नान मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या पर संपन्न हो चुके हैं। वसंत पंचमी परकुंभ का तीसरा और अंतिम शाही स्नान है। पंचमी तिथि 2 बजकर 9 मिनट तक है। इस दौरानस्नान और दान का सबसे ज्यादा महत्व है।सूर्योदय से घंटों पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने बसंत पंचमी पर संगम में डुबकी लगाई। कई लोग गंगाजल ले जाते हुए दिखे। तड़के दो बजे से पहले ही कई श्रद्धालु मेला क्षेत्र से बाहर निकलते और अपने-अपने गंतव्यों तक जाने के लिए वाहन की तलाश करते देखे गए।श्रद्धालु जोश से भरे हुए थे और शीत लहर भी उनके उत्साह को कम नहीं कर सकी। ‘हर हर गंगे’ और ‘जय गंगा मैया’ के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। पर्यटक विभिन्न स्थानों पर सेल्फी लेते हुए भी देखे गए।
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा कि करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने सूर्योदय से पहले ही स्नान कर लिया। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में शाही स्नान कुंभ मेला के आकर्षण का केंद्र है।इससे पहले दो शाही स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर और चार फरवरी को मौनी अमावस्या पर थे। तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी पर है जो वसंत ऋतु आने का अग्रदूत और देवी सरस्वती को समर्पित है। मेला प्रशासन के अनुसार अभी तक 14.94 करोड़ श्रद्धालु कुंभ मेले में आ चुके हैं।
वहीं दूसरी तरफ भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से लेकर पश्चिम भाग से पहली बार जनजाति समाज के लोग कुम्भ मेले का दर्शन करने के लिए 12 फरवरी को प्रायगराज में जुट रहे हैं। इनमें से कई वनवासी ऐसे हैं जो पहली बार ट्रेन में चढ़ रहे होंगे।