Patna : सीएम नीतीश कुमार ने पर्यावरण को बचाने समेत अन्य कई सामाजिक मुद्दों को लेकर 19 जनवरी को मानव श्रृखंला बनाये जाने आह्वान किया है। सीएम के इस आयोजन पर सियासत जारी है। अब नीतीश कुमार के इस मानव श्रृखंला को जवाब देने के लिए रालोसपा ने मानव कतार बनाए जाने का एलान किया है।
रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, शिक्षा के गिरते स्तर और इसमें सुधार की मांग को लेकर 24 जनवरी को मानव कतार बनाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इस मानव कतार में शामिल होने के लिए एनडीए में शामिल दलों को छोड़ सभी दलों को पत्र लिख कर 24 जनवरी को मानव कतार में शामिल होने की अपील की है।
वही कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार द्वारा मानव श्रृखंला आयोजन में सरकारी फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सीएम मानव श्रृंखला बनाने के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे है। नीतीश बीजेपी के तरह अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मानव श्रृंखला बहाने जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश में जुटे है।
रालोसपा सुप्रीमों ने कहा कि बिहार सरकार राज्य में बढ़ती बेरोजगारी से घबराकर 20 जनवरी को होने वाली सिपाही बहाली को रद्द कराई है। जिस तरह पिछले परीक्षा के दिन छात्रों की भीड़ रेलवे पटरियों पर दिखी थी उस से पूरे देश-विदेश में बिहार के बेरोजगारी की तस्वीरे सामने आई थी। बेरोजगारी की उस तस्वीर से बिहार सरकार की काफी फजीहत हुई थी। फजीहत और बेरोजगारी के भीड़ से घबराई नीतीश सरकार ने सिपाही बहाली परीक्षा कैंसिल कर दिया है।
कुशवाहा ने एक डाटा जारी करते हुए कहा कि बिहार जो जितना ज्यादा पढ़ा लिखा है वह उतना ज्यादा बेरोजगार है।
देवांशु प्रभात की रिपोर्ट