MUNGER : एनडीए से खफा चल रहे केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के दिल में छिपा दर्द आखिर छलक ही गया। उन्होंने कहा कि एनडीए में तो रहना चाहता हूं लेकिन अपमान कैसे सहन कर सकता हूं।
अपमान झेल कर कैसे रहें NDA में
कुशवाहा ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बहुत सम्मान करता हूं। मैं एनडीए में रहना चाहता हूं, लेकिन अपमान झेल कर कैसे रह सकता हूं। सीट शेयरिंग पर 30 नवम्बर तक भाजपा को विचार करने का समय दिया है। मैं दिल्ली जा कर प्रधानमंत्री से मिलने की कोशिश करूंगा। मैं चाहता हूं कि पीएम इस मामले में दखल दें। 30 नवम्बर के बाद वाल्मीकि नगर में रालोसपा कार्यकर्ताओं की बैठक होगी। हालात के हिसाब से वहीं कोई फैसला लिया जाएगा।
बड़ा भाई छोटे भाई को नीच कहे तो ये मंजूर नहीं
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि मैं नीतीश कुमार को बड़ा भाई मानता हूं। अगर वे मुझे नीच कहें तो इसे कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बने 15 साल होने वाले हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले की तुलना में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जब मैंने इसके खिलाफ आवाज उठायी तो कई लोग बुरा मान गये। शनिवार को उपेन्द्र कुशवाहा ने भागलपुर में आयोजित पार्टी के कार्यक्रम में ये बाते कहीं।