पटना: एक तरफ सरकर अस्पतालों में मरीजों को बेहतर और अद्यतन सुविधाएं देने का दावा करती है वहीं पटना जिले में तस्वीर दूसरी हीं कहानी बयां करती है. राजधानी पटना से महज 50किलोमीटर की दुरी पर स्थित पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के रामपुर नगवा गाँव स्थित पालीगंज अनुमण्डलीय अस्पताल के भव्य भवन का उद्घाटन सीएम नीतीश ने किया तो क्षेत्र के लोगों की उम्मीद जगी कि उन्हें अब इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन ये क्या यहां डॉक्टर और नर्स तो हैं लेकिन जांच के लिए दर दर की ठोकर खानी पड़ती है. विशाल भवन तो बन गया लेकिन अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन और एमआरआई जैसे अत्याधुनिक जाँच सुविधाएं तो दूर रूटीन जाँच के लिए भी तीन किलोमीटर दूर पालीगंज बाजार जाना पड़ता है.
दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं गरीब
दक्ष डॉक्टर भी हैं लेकिन टेस्ट की सुविधा नदारद है.अल्ट्रासाउंड जैसे सामान्य मशीन भी इस अस्पताल को मयस्सर नहीं है. सिटी स्कैन और एमआरआई की बात तो दूर रुटीन जांच तक नहीं हो पा रहा. दो साल पहले साल 2022 में पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर रामपुर नगवा गाँव में करोड़ों की लागत से बन गया.सरकार ने लगभग दो दर्जन से अधिक डाक्टरों की पोस्टिंग भी कर दी.चाइल्ड स्पेस्लिस्ट,हड्डी रोग,आंख कान, महिला रोग विशेषज्ञों के साथ-साथ सर्जन भी मौजूद हैं लेकिन इसके बावजूद मरीजों को उनका सही लाभ नहीं मिल पा रहा हैं. कारण जांच मशीनों का अभाव है.
निजी जांच घरों की चांदी
इसका लाभ निजी जाँच घर वाले भी उठा रहे हैं. गरीब मरीजों को विवश होकर जांच के लिए अस्पताल से बाहर का रुख करना पड़ रहा है. अस्पताल बनने से गरीब मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है.
विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग करे सरकार
वही पालीगंज अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ आभा कुमारी ने कहा कि हमारे यहां पर बड़े पैमाने पर कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती हैं, साथ ही आईसी के 17 बेड की भी व्यवस्था की गई लेकिन इसके विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग नहीं हुई हैं जिसके कारण यहां इसका लाभ यहां आम जनता और यहां के मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. पालीगंज अनुमण्डलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ आभा कुमारी ने राज्य सरकार से मांग करते हुए हैं कहा कि यहां अत्याधुनिक जाँच के लिए अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन जैसे जाँच की सुविधाएं यथाशीघ्र बहाल किया जाए.
जाँच सुविधाओं की व्यवस्था करने की मांग
वहीं दूसरी ओर पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के राजनितिक और सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार ओझा, विमल कुमार पांडे, मिथलेश वर्मा, निषाद अहमद, राजकिशोर सिंह, रामनाथ प्रसाद, हेमंत पटेल,राजेश शर्मा, कमलेश सिंह, दुर्गेश नारायण,जैसे दर्जनों राजनितिक और सामाजिक कार्यकर्ताओ ने भी अनुमंडल अस्पताल में जल्द से जल्द अत्याधुनिक जाँच सुविधाओं की व्यवस्था करने की मांग सरकार से की है.
अमलेश कुमार की रिपोर्ट