बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पटना के इस थाने में पदाधिकारियों की कमी, कैसे स्थापित होगा कानून का राज?

पटना के इस थाने में पदाधिकारियों की कमी, कैसे स्थापित होगा कानून का राज?

PATNACITY : बिहार में अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है. अपराधी बेलगाम होते जा रहे है. बिहार में बढ़ते अपराध और पुलिस पर बढ़ते काम के दबाव को लेकर पुलिसिया कार्यप्रणाली में आमूल चूक परिवर्तन किया गया था. जिसमें हर थानों में पुलिस के कामों को विधि व्यवस्था  और अनुसंधान दो वर्गों में बांटा गया था. ऐसा इसलिए किया गया था कि पुलिस के कामों में तेजी आई. जो पदाधिकारी अनुसन्धान के कामों को देखेंगे वे विधि व्यवस्था में दखल नही देंगे और जो पदाधिकारी विधि व्यवस्था देखेंगे वे अनुसन्धान को नहीं देखेंगे. 

लेकिन ठीक इससे अलग हम बात कर रहे है दीदारगंज थाने की जो राजधानी यानी पुलिस मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस थाना में पदाधिकारियों की कमी है. यहाँ के पुलिसकर्मियों को अनुसन्धान और विधि व्यवस्था दोनों कामों को देखना पड़ रहा है. थाने की पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि हर थाने में दोनों तरह की व्यवस्था में पदाधिकारियों में 60/40 का रेसियो रखा गया था. लेकिन यहाँ पर पदाधिकारियों की कमी होने से दोनों तरह के कामों को देखना पड़ता है. उन्होंने बताया कि थाना में पेट्रोलिंग के लिए मात्र एक सरकारी गाड़ी है. 

अगर कही एक समय मे दो मामले हो जाते है तब स्थिति और भी बदतर हो जाती है. ऑन ड्यूटी मौजूद पदाधिकारी डी.राम से जब हमने थानों में पदाधिकारियों की संख्या के बारे में पूछा तो बताया की थाना में विधि व्यवस्था में महज दो A.S.I  हैं और अनुसन्धान में महज चार S.I है औऱ एक इंस्पेक्टर हैं. कुल मिलाकर( सात) पदाधिकारियों इस थाने में मौजूद है. 

इसके अलावे 2 होमगार्ड के जवान, D.A.P, थाना रिजर्व में 5 है. उन्होंने बताया कि जिस भी पदाधिकारी का यहाँ से तबादला हुआ उसके जगह पर किसी की  भी नियुक्ति नही हुई. आपको बता दे की ठीक 8 माह पहले यहां 15 पदाधिकारी हुआ करते थे. इससे साफ समझा जा सकता है कि मात्र 6 पदाधिकारी कानून का राज क्षेत्र में कैसे स्थापित कर सकते है. 

पटनासिटी से रजनीश की रिपोर्ट 

Suggested News