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बेगूसराय का लाल बना लेफ्टिनेंट, ग्रामीणों ने सम्मान समारोह का आयोजन कर किया सम्मानित

बेगूसराय का लाल बना लेफ्टिनेंट, ग्रामीणों ने सम्मान समारोह का आयोजन कर किया सम्मानित

BEGUSARAI: बेगूसराय नगर के वार्ड चार सलौना वासियों ने एक सम्मान समारोह का आयोजन कर थल सेना में लेफ्टिनेंट बने मोहल्ले के लाल मो. इकबाल को सम्मानित किया। वार्ड के जनता पुस्तकालय सलौना परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने कहा कि यह काफी गौरव का क्षण है कि सलौना की मिट्टी के लाल ने क्षेत्र और जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया है। 

उन्होंने समारोह में उपस्थित छात्रों और नौजवानों को शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षाओं से जुङकर सलौना और बखरी का नाम रोशन करना का आह्वान किए। नगर की सभापति गीता देवी कुशवाहा ने कहा कि इकबाल का लेफ्टिनेंट बनना बखरी की धरती का सम्मान है। जबकि लेफ्टिनेंट बने इकबाल ने छात्रों को प्रेरित किया कि शिक्षा ही सभी बदलाव की धूरी है। आप अपने आपमें बदलाव के लिए शिक्षा से जुङें। कयोंकि सूरज बनने के लिए सूरज की तरह जलने की आवश्यकता होती है। 

उन्होंने कहा कि सोकर सपने नहीं देखे जाते बल्कि सपने वे होते हैं जो हमें सोने नहीं दे। इनके अलावा सभा को प्रमुख शिवचंद्र पासवान, सीओ शिवेंद्र कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद वर्मा, जिप सदस्य घनश्याम राय, उपमुख्य पार्षद ज्ञानती देवी, अब्दुल हलीम, मधुसूदन महतो, राजाराम रजक, राजकुमारी देवी, राजू कुशवाहा, मो. जुबैर, बलराम स्वर्णकार, गौतम राठौर, सुरेश सहनी आदि ने भी संबोधित किया। मालूम हो कि बखरी नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड चार सलौना निवासी मो. इकबाल खान सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। उनको मिली यह कामयाबी 18 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद मिली है।

बताते चलें कि सेना में इकबाल का सफर वर्ष 2006 में ईएमर्ई (इलेक्ट्रॉनिक मेकेनिकल इंजीनियर के पद से शुरू हुआ। वे 18 वर्ष तक विभिन्न पदों पर रहे। इस दौरान वे अपने अधिकारी बनने के सपने को मरने नहीं दिया। इसी वर्ष एसएसबी (सर्विस सेलेक्शन बोर्ड) बेंगलूरू में पीसीएससी ( परमानेंट कमीशन सिलेक्शन लिस्ट) के लिए चयनित हुए। छह सितंबर 2023 को सैन्य अधिकारी प्रशिक्षण संस्थान इंडियन मिलिट्री अकादमी में अपना योगदान दिए। इसी बीच पिता खुर्शीद खान का आकस्मिक देहांत हो गया। लेकिन वे प्रशिक्षण पर ही केंद्रित रहे और सैन्य अकादमी से पास आउट होकर 25 नवंबर को लेफ्टिनेंट बने।

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