PATNA : बिहार में नीतीश कुमार की जदयू का राजद के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद भाजपा लगातार हमला कर रही है। वहीं इसके साथ जदयू को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रहा है। बीते शुक्रवार को जिस तरह से मणिपुर में जदयू के पांच विधायकों को भाजपा में शामिल कराया गया। उसके बाद भाजपा और जदयू के बीच तकरार और बढ़ गई है। इस तकरार में और तड़का लगाने का काम सुशील मोदी ने कर दिया, जब उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यह पोस्ट कर दिया कि अरुणांचल के बाद मणिपुर भी JDU मुक्त ।बहुत जल्द लालूजी द्वारा बिहार को भी JDU मुक्त कर देने की बात कही।
लेकिन, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी सुशील मोदी पर गुस्से में जवाबी हमला शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले दिन में सपने देखना बंद कर दें। अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जद (यू.) ने भाजपा को हराकर सीटें जीती थी।
ललन सिंह ने लिखा है कि
सुशील जी,
आपको स्मरण कराना चाहते हैं कि अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जद (यू.) ने भाजपा को हराकर सीटें जीती थी। इसलिए जद (यू.) से मुक्ति का दिवास्वप्न मत देखिए। अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ था, वह आपके गठबंधन धर्म के पालन के कारण हुआ था ? ....और मणिपुर में एक बार फिर भाजपा का नैतिक आचरण सबके सामने है। आपको तो याद होगा 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभायें की, तब जाकर 53 सीट ही जीत पाए थे। 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा.....इंतजार कीजिए।
बता दें कि बिहार में जहां जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारी चल रही थी। नीतीश कुमार खुद बैठक कर रहे थे। उसी समय मणिपुर से यह खबर साने आई कि मणिपुर में जदयू के छह विधायकों में पांच ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में भी कुछ दिन पहले जदयू के इकलौते विधायक ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया था।