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मीडिया पर ललन सिंह ने उतारा गुस्सा, कहा - जिस पार्टी को मैंने सींचा, उसी में मुझे खलनायक बना दिया, इन मीडिया संस्थानों को सबूत पेश करने की दी चुनौती

मीडिया पर ललन सिंह ने उतारा गुस्सा, कहा - जिस पार्टी को मैंने सींचा, उसी में मुझे खलनायक बना दिया, इन मीडिया संस्थानों को सबूत पेश करने की दी चुनौती

PATNA : ललन सिंह को जदयू के अध्यक्ष पद छोड़े हुए लगभग एक सप्ताह का समय गुजर चुका है,लेकिन अभी तक मीडिया संस्थानों लेकर उनका गुस्सा कम नहीं हुआ है।  इस बार ललन सिंह ने अपना गुस्सा अपने सोशल मीडिया  हैंडल  एक्स पर निकाला है। जहां उन्होंने मीडिया पर बड़ा आरोप लगाया है। मुंगेर सांसद ने लिखा है कि मीडिया की खबरों के कारण वह उसी पार्टी में खलनायक बन गए हैं, जिस पार्टी को उन्होंने अपनी सालों की मेहनत से सींचा था। ललन सिंह ने इस दौरान एक अखबार और दो न्यूज चैनलों को चुनौती दी है कि उनके खिलाफ जो भी खबरें चलाई गई है, उसके सबूत पेश करें या उसके लिए माफी  मांगे।

पोस्ट में ललन सिंह ने यह लिखा

अपने पोस्ट में ललन सिंह ने लिखा है कि 'मेरे अनुरोध पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने मुझे अध्यक्ष पद छोड़ने की अनुमति दी और स्वयं अध्यक्ष बनना स्वीकार किया।  ताकि मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में ज्यादा समय दे सकूं।  मुख्यमंत्री जी का ये निर्णय मेरे लिए हर्ष की बात है।  लेकिन, कुछ टीवी चैनल और एक समाचार पत्र ने तथ्यहीन और मनगढ़ंत कहानी बनाकर मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया।  पार्टी में विवाद पैदा करने की मंशा से खबर प्रसारित की गई।  जिस पार्टी को मैंने स्थापना काल से सींचा और बढ़ाया, उसका खलनायक मुझे बनाने का प्रयास मीडिया ने किया।  मेरे छवि को धूमिल करने के उद्देश्वय से मनगढ़ंत और तथ्यहीन खबरों को दिखाने के लिए हिंदी न्यूज चैनल आज तक, रिपब्लिक भारत और दैनिक जागरण समाचार पत्र को कानूनी नोटिस भेजा गया है।  यदि न्यूज चैनल के पास कोई सबूत है तो उसे प्रदर्शित करें, अन्यथा क्षमा मांगें।  ऐसा नहीं करने पर 15 दिनों के बाद मैं कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।'


एक सप्ताह पहले हटाए गए थे अध्यक्ष पद से

गौरतलब है कि कएक सप्ताह पहले नई दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में ललन सिंह को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। वहीं उनकी जगह खुद नीतीश कुमार ने पार्टी की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी। इस दौरान मीडिया में ऐसी खबरे प्रसारित हुई थी कि ललन सिंह पार्टी के 11 विधायकों के साथ  गुप्त मीटिंग की और पार्टी को तोड़ने की कोशिश की, ताकि तेजस्वी यादव को सीएम बना सकें।हालांकि ललन सिंह और पार्टी की तरफ से ऐसी किसी मीटिंग से इनकार किया गया।



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