Patna : राजद सुप्रीमो द्वारा रघुवंश प्रसाद सिंह को एक इमोशनल लेटर लिखा गया है। इधर पत्र को लेकर जदयू द्वारा बड़ा सवाल किया गया है। जदयू ने इसे खुलेआम जेल मैनुअल का उल्लंघन करार देते हुए झारखंड सरकार को इसपर स्वत: संज्ञान लेने की बात की है।
बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि सजायाफ्ता कैदी लालू प्रसाद यादव द्वारा रघुवंश बाबू को पत्र लिखा जाना स्पष्ट तौर पर जेल मैनुअल की धारा 999 का उल्लंघन है। सबसे महत्वपूर्ण तो यह है कि आखिरकार जेल अधीक्षक ने नियमों की अवहेलना कर इसकी अनुमति कैसे दी।
उन्होंने कहा कि कैदी नंबर 3351 नियम विरुद्ध अब तक जेल में दरबार लगाते रहे पर इनका इतने पर भी मन नहीं भरा तो अब जेल से ही राजनीतिक पत्र लिखकर भेजने लगे। खैर लालूजी तो कानून की धज्जियाँ उड़ाने के लिए ही जाने जाते हैं पर आखिरकार बिरसा मुंडा जेल के अधीक्षक को क्या सूझी जो उन्होंने लालू यादव द्वारा राजनीतिक संदर्भ में लिखे गए पत्र को जेल से भेजने की अनुमति प्रदान कर दी। बिहार झारखंड जेल मैनुअल की धारा में स्पष्ट है कि कोई भी कैदी राजनीतिक पत्रव्यवहार नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है। झारखंड सरकार को इसपर स्वतः संज्ञान लेना चाहिए, अन्यथा इतना जान लें कि कानून के हाथ लंबे होते हैं इससे बचना नामुमकिन है।