लालू के सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने की जिम्मेदारी संभालने वाला इरफान अंसारी फरार, आईजी ने दिए जांच के आदेश

पटना... बिहार विधानसभा के स्पीकर चुनाव को लेकर पहली घमासान देखने को मिला। विधानसभा अध्यक्ष पद के निर्वाचन से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए थे। बता दें कि इस बार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर थी और नतीजों के बाद भले ही एनडीए को जीत मिल गई हो, लेकिन विपक्ष में बैठी महागठबंधन भी ताकतवर नजर आ रही है। अब स्थिति ये रही कि सदन में विधानसभा अध्यक्ष पद बनाने के लिए दोनो आमने-सामने आ गए। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से ऐन पहले लालू प्रसाद का एक ऑडियो वायरल हो गया, जिसमें वो भाजपा विधायक ललन पासवान से बातचीत कर रहे हैं। हालाकि इस ऑडियो का न्यूज4नेशन पुष्टि नहीं करता है।
फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर रांची जेल के आईजी ने जांच बिठा दिया है। वहीं जांच से पूर्व लालू का सेवादार इरफान अंसारी की फरार होने की खबर आ रही है। बतााया जाता है कि जिस नंबर से लालू प्रसाद ने एनडीए के विधायक से बात की वो इरफान के नाम पर ही था। इरफान लालू के सेवादार के साथ-साथ पार्टी में महासचिव के पद पर भी है। ये शख्स लालू के साथ साए की तरह रहता है। लेकिन ऑडियो वायरल होने के बाद इरफान फरार हो गया है और उसने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया है। लालू के सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर और रात के खाने की जिम्मेवारी... ये सबकुछ इरफान के ही हवाले थी।
इधर फजीहत के बाद झारखंड जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है। जेल आईजी ने रांची डीसी और एसएसपी के साथ ही रांची जेल के अधीक्षक को भी कहा कि जो भी ऑडियो मीडिया में चल रहा है उसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। यह भी कहा गया है कि यह सुरक्षा के मामले में लापरवाही ठीक नहीं है, सुरक्षा में तैनात जवानों को भी कहा गया है कि बिना अनुमति कोई भी लालू से मिल नहीं पाए।
यह है पूरा मामला
बिहार में विधान सभा स्पीकर के चुनाव से ठीक पहले एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे दावा किया जा रहा है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव जेल से विधायकों को अपने साथ आने के लिए कह रहे हैं। ऑडियो में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी के पीरपैंती सीट से विधायक ललन पासवान को लालू यादव कॉल कर रहे हैं और स्पीकर के लिए होने वाली वोटिंग से अनुपस्थित होने को कह रहे हैं। हालांकि इस ऑडियो की सत्यता की एनबीटी पुष्टि नहीं करता है।