DELHI : गंभीर हालत में पटना से दिल्ली एम्स में रेफर किए गए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी हालत बिगड़ने का मुख्य कारण दवाओं का ओवरडोज था। दिल्ली पहुंचने के बाद पत्नी राबड़ी देवी और छोटे बेटा तेजस्वी यादव ने विस्तार से उनके बारे में जानकारी दी। तेजस्वी ने बताया कि उनके शरीर में तीन जगह फ्रैक्चर हुआ है और घटना के बाद एक तरह से पूरा शरीर लॉक हो चुका है। वहीं राबड़ी देवी ने कहा कि 'लालू प्रसाद को चाहने वाले लोग परेशान न हों, उनकी तबीयत पहले से अच्छी है, सभी लोग दुआ कीजिए।'
क्रेटनिन 4 से बढ़कर 6 हो गया था
लालू प्रसाद की हालत को लेकर तेजस्वी ने कहा, 'उनकी स्थिति और बेहतर हो जाए उसके बाद डॉक्टर से उन्हें सिंगापुर ले जाने के बारे में बात की जाएगी। उनके किडनी ट्रांसप्लांट की बात चल रही है। उनका क्रेटनिन 4 के लगभग था, जो बढ़कर 6 ले ऊपर हो गया था। चेस्ट में भी दिक्कत हो गई थी। दो-तीन दिन फीवर भी उन्हें रहा। दवाओं का डोज ज्यादा हो जाने से बेचैनी हुई थी। इसलिए एकाएक उन्हें इमरजेंसी में ले जाया गया था। अब स्थिति ठीक है। इन सारी बातों को देखते हुए दो-चार सप्ताह में स्थिति और बेहतर हो जाए और इंटरनेशनल ट्रैवल के लायक वे हो जाएं तो हम सिंगापुर भी ले जाएंगे।'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बताया कि लालू प्रसाद को पटना से दिल्ली एम्स इसलिए लाया गया है कि एम्स के डॉक्टर लालू प्रसाद की बीमारियों की हिस्ट्री पहले से जानते हैं। बहुत सारी दवाएं चल रही हैं। अब जो भी कॉम्पलिकेशन हैं उसे दूर करने में दवाओं का कोई असर हर्ट या किडनी पर नहीं पड़े इसलिए एम्स लाया गया है। एम्स में उनका पूरा चेकअप होगा।
बता दें जब से लालू प्रसाद अपने घर की सीढ़ियों के गिरे हैं। तब से उनकी हालत खराब बनी हुई है। कंधे की हड्डी टूट गई है. वहीं कमर में चोट के बाद सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां तीन दिन तक आईसीयू में रखने के बाद उन्हें पटना से दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया। इस दौरान पटना में उनसे मिलने पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद के इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।