बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

लालू के सबसे खास नेता ने किया दावा, अब जगदानंद नहीं संभालेंगे राजद प्रदेश अध्यक्ष पद की कुर्सी

लालू के सबसे खास नेता ने किया दावा, अब जगदानंद नहीं संभालेंगे राजद प्रदेश अध्यक्ष पद की कुर्सी

पटना. राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अब दोबारा पार्टी की कमान नहीं संभालेंगे. यह कहना है राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी का जिन्होंने शनिवार को कहा कि हमें लगता है कि वह वापस नहीं आएंगे. तिवारी ने कहा कि वे जगदानंद सिंह को लम्बे समय से जानते हैं. पिछले कुछ महीने में जिस प्रकार से जगदानंद सिंह का रुख रहा है उससे स्पष्ट है कि वे अब दोबारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर सक्रिय नहीं रहेंगे. हालांकि यह फैसला लालू यादव को लेना है कि आगे जगदानंद सिंह के बारे में क्या सोचा गया है. 

उन्होंने कहा कि जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह पहले से ही नाराज चल रहे थे. उन्होंने मंत्री पद भी छोड़ दिया था. जगदानंद सिंह की पार्टी में सक्रियता भी कम हो गई है. इससे साफ है कि वे अब फिर से प्रदेश अध्यक्ष की कमान नहीं संभालेंगे. तिवारी ने कहा कि कई मुद्दों पर उनके और जगदानंद सिंह के बीच मतभेद रहे हैं.कई ऐसे मामले रहे जिस पर उनसे सहमती नहीं रही. 

वहीं राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों पर शिवानंद तिवारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाना चाहिए जिस की ट्यूनिंग तेजस्वी यादव के साथ अच्छी हो. अब्दुल बारी सिद्दीकी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह टेस्ट प्लेयर हैं. लंबे समय से लालू यादव के साथ रहे भी हैं. तेजस्वी यादव से वह स्नेह करते हैं और तेजस्वी यादव भी उनका सम्मान करते हैं. ऐसे में हमें नहीं लगता है अब्दुल बारी सिद्दीकी के नाम पर कोई दिक्कत हो. 


दरअसल, जगदानंद सिंह को दूसरी बार राजद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. हालांकि अगस्त में नीतीश कुमार के एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन संग सरकार बनाने के बाद जगदानंद के बेटे सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री बनाया गया था. मंत्री बनने के बाद उन्होंने कई ऐसे बयान दिए जिससे नीतीश सरकार असहज हुई. अंततः सुधाकर सिंह के मंत्री पद छोड़ने की घोषणा जगदानंद सिंह ने की. वहीं वे पिछले करीब दो महीनों से पार्टी में सक्रिय नहीं हैं. वे पटना राजद दफ्तर भी नहीं गए हैं. करीब एक महीने तक वे अपने गांव में थे. वहीं खांसी का उपचार कराने के लिए दिल्ली गए थे. कहा जा रहा है कि वहां उन्होंने लालू यादव से मुलाकात की और अध्यक्ष पद छोड़ने की बात हुई. लालू यादव भी जगदानंद के अध्यक्ष पद छोड़ने से से सहमत बताए जाते हैं. अब शिवानंद तिवारी ने भी संकेत दिए हैं कि जगदानंद दोबारा अध्यक्ष की कुर्सी नहीं संभालेंगे. 


Suggested News