PATNA : चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी यानी बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय लालू परिवार की परंपरागत सीट सारण से लोकसभा के उम्मीदवार हैं इनके खिलाफ बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है की सारण सीट पर चुनाव मैनेजमेंट में माहिर राजीव प्रताप रूडी, लालू और राबड़ी को भी पराजित कर चुके हैं। इस स्थिति में राजद प्रत्याशी चंद्रिका राय के पक्ष में महागठबंधन के किसी भी बड़े कांग्रेसी नेता व रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का नहीं जाना आखिर क्या साबित करता है।
बता दें के की सारण कमिश्नरी की चारों सीटों यानी सारण, सिवान, महाराजगंज और गोपालगंज से सिर्फ राजद के ही उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं ।
इन सारे सीटों में सबसे महत्वपूर्ण सीट लालू प्रसाद की परंपरागत सीट सारण है जिस पर उनके समधी चंद्रिका राय चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि एक तरफ जहां तेजस्वी यादव अकेले कभी रोड शो तो कभी जन सभाओं के माध्यम से भावनात्मक चुनाव प्रचार कर वोटरों को आकर्षित करने में जुटे हैं वहीं दूसरी तरफ चंद्रिका के प्रचार में ना तो कोई कांग्रेसी गया और ना ही कुशवाहा।
आखिर महागठबंधन के 5 दलों में से दो दलों के प्रमुख नेताओं का चंद्रिका के चुनाव प्रचार में नहीं जाना क्या साबित करता है?
विवेकानंद की रिपोर्ट