पटनाः चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद का भाजपा विधायको को प्रलोभन वाला कथित वीडियो सामने आने के बाद बिहार राजनीतिक तापमान गरम है। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इस मामले का खुलासा किया था और खुद लालू प्रसाद को मोबाइल पर फोन किया था। यह प्रकरण सामने आने के बाद भाजपा-जेडीयू के नेता सीधे तौर पर लालू प्रसाद को निशाने पर लिये हुए हैं। वहीं इस मामले को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की गई है।
मंगलवार को सुशील मोदी के खुलासे और बुधवार को एक ऑडियो सामने आया है। ऑडियो में कथित तौर पर लालू यादव भाजपा विधायक ललन यादव से बातचीत कर रहे हैं और मंत्रई बनाने का प्रलोभन दे रहे। दोनों की बातचीत के बाद मंगलवार रात से ही राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि जिस मोबाइल से राजद सुप्रीमो ने बिहार में एनडीए के विधायक से बात की थी, वह उनके नंबर-1 सेवादार इरफान अंसारी का है।उसने ही विधायक को फोन लगाकर लालू से बात करवाई थी।
जानकारी के अनुसार रिम्स में लालू प्रसाद के तीन सेवादार हैं। इसमें इरफान अंसारी का स्थान पहले नंबर पर है। जानकार सूत्रों की मानें तो लालू प्रसाद ने इरफान अंसारी को बिहार में सरकार बनने पर एमएलसी बनाने का आश्वासन दिया था। जेल से सेवादार के रूप में अधिकृत इस इरफान जो राजद का महासचिव है के कंधे पर न सिर्फ लालू प्रसाद की सेवा का जिम्मा है, बल्कि बाहर के काम की व्यवस्था भी इरफान ही करते हैं। लालू प्रसाद से कौन मुलाकात करेगा, किसकी चिट्ठी अंदर जाएगी, कौन मोबाइल से बात करेगा, इरफान ही इन सारी चीजों को तय करने का काम करता है।
इरफान के अलावे असगर नाम के दूसरे सेवादार के मोबाइल से भी राजद सुप्रीमो बात करते हैं। लगातार मीडिया में यह खबर आती है.जेल प्रशासन हर सप्ताह बंगले का निरीक्षण भी करता है, लेकिन जेल प्रशासन की नजर कभी मोबाइल पर नहीं पड़ी।