PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले शराबबंदी कानून में संशोधन का संकेत दिया। अब उन्होंने शराब के धंधेबाजों और उनकी मदद करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा है कि चोरी-छिपे शराब बेचने वालों और उनके मददगार सरकारी कर्मचारियों को क्या सजा दी जाए, इसके लिए आम लोगों के बीच एक सर्वे कराया जाएगा।
शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी शराब मुहैया करायी जा रही है। ऐसे लोगों को बख्शा
नहीं जाएगा। इस काम में सरकारी कर्माचारियों की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। इस
पर कठोर एक्शन लिया जाएगा। सर्वे के जरिये ऐसे लोगों को दंडित करने के बारे में जनाता
की राय जानी जाएगी। फिर कानून के जानकार इस मामले में कानून बनाने की राय देंगे। मुख्यमंत्री
ने ये बातें रोहतास के करहगर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं।
पिछले कुछ समय से शराबबंदी कानून के दुरुपयोग की शिकायतें
मिल रहीं थीं। इस मामले में यह कहा जा रहा था कि शराबबंदी कानून की वजह से
ज्यादातर गरीब तबके के लोग ही गिरफ्तार हुए हैं। इसके बाद उन्होंने युवा जदयू के
संकल्प सम्मेलन में शराबंदी कानून में संशोधन करने की बात कही थी। सरकार इस मामले
में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा कर रही है।