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CM नीतीश कुमार के हवाई सर्वेक्षण पर ट्वीट कर घिर गए नेता प्रतिपक्ष, जदयू ने पूछा- क्या आपके पिता गलत थे ?

CM नीतीश कुमार के हवाई सर्वेक्षण पर ट्वीट कर घिर गए नेता प्रतिपक्ष, जदयू ने पूछा- क्या आपके पिता गलत थे ?

PATNA: बिहार में बाढ़ की विभीषिका 26 जिलों की आबादी झेलने को मजबूर है। प्रशासन, सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने का कार्य जारी है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से मुलाकात कर उनकी परेशानियां जान रहे हैं।

इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल के ट्विटर हैंडल से बुधवार को एक ट्वीट किया गया जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जमीनी नेता के तौर पर दिखाया गया है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हवा हवाई सर्वेक्षण करने वाला नेता बताया है। इसके बाद से ही नेता प्रतिपक्ष चौतरफा घिर गए हैं और लगातार सत्ता पक्ष की तरफ से उन पर हमले किए जा रहे हैं।



निखिल मंडल ने ट्वीट से ही दिया जवाब

जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने इस ट्वीट को लेकर कहा की 46 एसी में रहने वाले और चार्टर प्लेन में सफर करने वाले खुद को जमीनी नेता बताने लगे हैं। पहले तेजस्वी यादव यह जवाब दें कि आपके पिता लालू प्रसाद यादव जी कहते थे कि ‘बाढ़ आई, गंगा मैया आपके द्वारा आईं’। ‘बाढ़ आया, मछली लाया’। ‘मछली पकड़िए, मछली खाइए’। इस सवाल का जवाब दीजिए कि क्या आपके पिताजी ने गलत कहा था? आप खुद को शेर का बेटा कहते हैं इसलिए गीदड़ की तरह भागिएगा नहीं। सवाल का जवाब जरूर दीजिएगा कि आपके पिताजी सही है या गलत?

सीएम से तुलना किए जाने पर दिखाया आइना

इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तुलना किए जाने पर निखिल मंडल ने कहा कि जहां तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात है, वह जनता के आशीर्वाद से साल 2005 से लगातार उनकी सेवा में समर्पित है। इसीलिए वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज है। वह जमीनी नेता है, उनको जनता ने चुना है, इसका सबूत उनका शासनकाल देता है। विपक्ष अपना प्रवचन बंद करें और हमारे सवालों का जवाब दें।

उपेंद्र कुशवाहा ने भी साधा निशाना

इसके अलावा जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा था कि आपके पिताजी का भी बाढ़ को लेकर कुछ इसी तरह का बयान रहता था। पहले वह अपने पिता से पूछ कर आएं कि वह किस तरह से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते थे। उसके बाद वह बयानबाजी करें।

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