नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश से की इस्तीफे की मांग, कहा सासाराम और बिहारशरीफ की घटना से शर्मसार हुआ बिहार

PATNA : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार  नालन्दा और सासाराम के घटनाओं पर जो उदासीनता दिखा रही है वह निन्दनीय है। रामनवमी जुलूस से पूर्व थानों में पीस कमिटी की बैठक में रूट से लेकर सभी मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद ही जुलूस निकाला गया। लेकिन प्रशासन एवं पुलिसकर्मियों की अकर्मण्यता कहें या साजिश कहें, जुलूस पर पत्थरबाजी कर आक्रमण किया गया। इस घटना के क्रम में हिंदुओं के घर को टारगेट करते हुए आगजनी की गई। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया। 


सिन्हा ने कहा कि हमने सदन के अंदर पीस कमेटी की कार्यवाही को सार्वजनिक करने की मांग की। लेकिन सरकार ने अनसुना कर दिया। इस घटना पर हमने सरकार से सदन में भी वक्तव्य की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री ने संभवत अध्यक्ष बिहार विधानसभा से पहले ही बात कर लिया था कि हम सदन में नालंदा सासाराम पर वक्तव्य की बात कहेंगे, लेकिन आप अनुमति नहीं दीजिएगा और सदन में बिल्कुल यही हुआ। अध्यक्ष ने सरकार का वक्तव्य की अनुमति दिए बिना सदन स्थगित कर दिये। 

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नेता विरोधी दाल विजय कुमार सिन्हा ने सरकार से मांंग करते हुए कहा कि हमारी मांग है कि अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति के पूर्व इन दोनों जिलों में  किस श्रेणी के कितने पुलिस बल प्रतिनियुक्त थे, सूची जारी की जाए। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची जारी की जाए। पीस कमेटी की कार्यवाही सार्वजनिक हो। 

विजय सिन्हा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि ने पूरे देश में बिहार को शर्मसार कर दिया है। बिहार फिर 90 वाले दंगा राज में पहुंच गया है। लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और मुख्य सचिव आमिर सुबहानी सहित चार-चार पावर सेंटर है। सरकार फेल कर गई है। हम नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग करते हैं।