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छह साल में पिता की 20 की राजनीति को पीछे छोड़ दिया : बेटे की कामयाबी पर गर्व से फूला लालू का सीना, कहा - पूरे देश ने देखी है उसकी मेहनत

छह साल में पिता की 20 की राजनीति को पीछे छोड़ दिया : बेटे की कामयाबी पर गर्व से फूला लालू का सीना, कहा - पूरे देश ने देखी है उसकी मेहनत

NEW DELHI : तेजस्वी को पार्टी की विरासत सौंपने पर उठे रहे सवालों पर लालू प्रसाद ने सबकी बोलती बंद कर दी है। उन्होंने कहा है कि तेजस्वी में कितनी काबिलियत है, इसे पूरे देश ने देखा है। यह मुझे बताने की जरुरत नहीं है। जो लोग कहत हैं कि वह लालू का स्थान नहीं ले सकते हैं, मैं यह कहना चाहूंगा कि मुझसे बहुत आगे निकल चुके हैं। मैंने उन्हें बनाया नहीं है, उन्होंने खुद को साबित किया है। 

लंबे अरसे बाद घर से बाहर निकले लालू प्रसाद ने कोविशील्ड का पहला डोज लिया था, जिसके बाद वह मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान देश की मौजूदा हालात से लेकर बिहार वापसी पर अपनी बात रखी। जेल से छूटने के बाद पहली बार खुलकर मीडिया से बातचीत के दौरान राजद सुप्रीमो ने कहा कि अगले माह तक बिहार जा सकते हैं। फिलहाल कुछ दिन और आराम करने के लिए कहा गया है।

बेटे को लेकर कह दी बड़ी बात

जिस तरह से सदन में तेजस्वी यादव की बातों को सुना जाता है। बिहार में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है, उसको लेकर लालू प्रसाद ने कहा अब उन्हें कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं है। जब मैं जेल में था, तब उन्होंने अपनी क्षमता दिखा दी थी, पूरे देश ने देखा है। अब मुझे यह कहने में झिझक नहीं है कि वह मुझसे काफी आगे निकल चुके हैं।  

देश को पीछे धकेल दिया

लालू ने देश की मौजूदा हालत पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने बढ़ती मंहगाई को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि उनकी गलत नीतियों के कारण आज सभी क्षेत्रों में पीछे चला गया है। लोग परेशान हैं। देश मेें ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई थी। 

तेजस्वी की राजनीति सिर्फ छह साल की

देखा जाए तो तेजस्वी की सक्रिय राजनीति सिर्फ छह साल की है। इन छह सालों में जिस तरह से तेजस्वी ने पार्टी पर अपनी पकड़ साबित की है, उसका असर बीते विधानसभा चुनाव में देखा जा चुका है, जब अकेले उन्होंने पूरे प्रदेश में सैंकड़ों सभाएं कर पार्टी को चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर विजयी दिलाया था। जबकि लालू प्रसाद को यह साबित करने के लिए दो दशक का समय लग गया है। 



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